नई दिल्ली : साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण आज लग रहा है. इस चंद्रग्रहण के साथ शरद पूर्णिमा भी है. इस बार चंद्र ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लग रहा है. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को एक खगोलीय घटना की दृष्टि से देखा जाता है। जब पृथ्वी सूर्य के चारों ओर अपनी परिक्रमा के समय चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है, तो चंद्र ग्रहण होता है। आइए जानते हैं आज यह चंद्र ग्रहण किस समय लगेगा। साथ ही यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा या नहीं और इसका सूतक काल मान्य होगा या नहीं.
साल के इस आखिरी ग्रहण आश्विन शुक्ला पूर्णीमा शनिवार दिनांक 28 अक्टूबर की रात में खण्डग्रास चन्द्रग्रहण लगेगा, जो कि पूरे भारत में दिखाई देगा। भारतीय समय अनुसार इसका स्पर्श रात्रि में 01:05 मिनट पर तथा मोक्ष रात 02:23 मिनट पर होगा। इसका सूतक 9 घंटा पूर्व यानि कि शाम 04:05 पर लगेगा। खीर का भोग0 शाम 4 बजे लगाकर इसका प्रसाद दूसरे दिन प्रातः लेवें।
यह चंद्र ग्रहण अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि में हो रहा है. अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि में जन्मे व्यक्तियों के लिए विशेष अशुभ फलदाता और दुर्घटना का भय रहेगा इसलिए कृपया सावधानी बरतें!
ग्रहण प्रारम्भ :- मध्य रात्रि 01:05
ग्रहण मध्य :- मध्य रात्रि 01:44
ग्रहण समाप्त :- मध्य रात्रि 02:23
ग्रहण सूतक प्रारम्भ :- शाम 04:05
ग्रहण अवधि :- 01घण्टा 19 मिनट
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो जब भी ग्रहण लगता है तो सभी राशि के जातकों पर इसका शुभ और अशुभ दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है. 28 अक्तूबर 2023 को लगने वाला साल का आखिरी चंद्रग्रहण वृषभ, मिथुन, कन्या, धनु और मकर वालों के लिए फायदा दिलाने वाला साबित होगा. इन राशि वाले व्यक्तियों के रुके हुए काम शीघ्र ही पूरे होंगे. मान-सम्मान में इजाफा देखने को मिलेगा. अचानक से धन लाभ हो सकता है. कार्यक्षेत्र में उपलब्धियों की प्राप्ति होगी