नई दिल्ली: 30 अप्रैल को वैशाख मास की अमावस्या पर इस साल का पहला सूर्यग्रहण खत्म होने के 15 दिन बाद अब 16 मई यानि सोमवार को साल का पहला चंद्रग्रहण लगने जा रहा है. हालांकि इस साल का पहला सुर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं दिया था, जिसके चलते उसका सूतक काल यहां मान्य नहीं […]
नई दिल्ली: 30 अप्रैल को वैशाख मास की अमावस्या पर इस साल का पहला सूर्यग्रहण खत्म होने के 15 दिन बाद अब 16 मई यानि सोमवार को साल का पहला चंद्रग्रहण लगने जा रहा है. हालांकि इस साल का पहला सुर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं दिया था, जिसके चलते उसका सूतक काल यहां मान्य नहीं था. सूर्यग्रहण की भांति चंद्रग्रहण का प्रभाव भी भारत पर कम पडेगा.
साल 2022 का चंद्रग्रहण ज्योतिषियों के अनुसार 16 मई, सोमवार को होगा. भारत समयानुसार यह 16 मई की सुबह 07.58 से लगेगा और 11.58 पर खत्म होगा. इस दिन वैशाख मास की पूर्णिमा रहेगी.
इस साल का पहला चंद्रग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा। इसे दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप, दक्षिणी-पश्चिमी एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिकी के अधिकांश हिस्सों में, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका आदि देशों में दिखाई देगा.
जब पृथ्वी चक्कर लगते हुए सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है तो पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है, जिसके कारण चंद्रमा कुछ देर के लिए दिखाई नही देता. इसी घटना को चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse) कहते हैं.
चंद्रग्रहण और वैशाख पूर्णिमा एक ही दिन होने की वजह से इस दिन कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. इस दिन सभी की पवित्र नदी में या पवित्र नदी के जल मिले पानी से स्नान करें.
चंद्रग्रहण खत्म के बाद दान अवशय करें
ग्रहण के दौरान कुछ भी न खाएं-पिएं
इस दौरान जितना हो सके भगवान की आराधना करें।
ग्रहण के दौरान आस-पास नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं. लिहाजा इस नकारात्मकता से बचने के लिए अपनी सोच को सकारात्मक रखें और अपना ध्यान भगवान की भक्ति में लगाएं.
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