नई दिल्लीः चंडीगढ़ नगर निगम की सदन की बैठक में शुक्रवार यानी 15 मार्च को विवाद हो गया। भाजपा के पार्षद कंवरजीत सिंह राणा ने हंगामे के बीच मेयर कुलदीप कुमार को आपत्तिजनक शब्द कह दिया, जिसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। कई मुद्दों पर हो […]
नई दिल्लीः चंडीगढ़ नगर निगम की सदन की बैठक में शुक्रवार यानी 15 मार्च को विवाद हो गया। भाजपा के पार्षद कंवरजीत सिंह राणा ने हंगामे के बीच मेयर कुलदीप कुमार को आपत्तिजनक शब्द कह दिया, जिसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की।
नगर निगम ने शुक्रवार यानी 15 मार्च की विशेष बैठक बुलाई थी। जिसमें 24 घंटे पानी की परियोजना पर अब तक क्या-क्या हुए है,उस पर चर्चा हुई हैं। इसके अलावा कई और मुद्दों पर चर्चा हुई कई और एजेंडा पर चर्चा होनी थी।
पार्षद ने कहा कि उन्होंने मेरा अपमान किया है। इसके बाद सभी ने राणा से माफी मांगने की बात कही। मेयर ने कहा कि राणा अपने शब्द वापस ले लेकिन राणा ने ऐसा करने से मना कर दिया। जिसके बाद मेयर कुलदीप कुमार ने पार्षद कंवरजीत सिंह राणा और मनोज सोनकर को निष्कासित कर दिया गया है। जिसके बाद मार्शल ने सदन से दोनों को बाहर कर दिया।