मायावती ने रैली को संबोधित करते हुए सबसे पहले पार्टी के संस्थापक कांशीराम के जन्मदिन की बधाई दी. मायावती ने कहा कि पंजाब की सरकारों ने दलितों को हमेशा नजरअंदाज किया है. इसलिए कार्यकताओं को अब खुद मेहनत करनी पड़ेगी. पार्टी को खड़ा करने के लिए खुद संघर्ष करना होगा.
चंडीगढ़. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बीजेपी और केंद्रस सरकार पर जमकर निशाना साधा. मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गरीब व दलित विरोधी है. मायावती ने कहा कि केंद्र में बीजेपी की सत्ता के दौरान गरीबों और दलितों पर अत्याचार बढ़ा है. मायावती ने कहा कि इसलिए अब जरूरी है कि भाजपा को सत्ता में आने से रोका जाए और सभी वर्ग एकजुट हो जाएं.
मायावती ने चंडीगढ़ रैली में आरोप लगाया कि राज्यसभा में बात रखने की कोशिश की तो मेरी बात को नहीं रखने दिया गया था. इसी कारण मैंने राज्यसभा से ही इस्तीफा दे दिया था. मायावती ने कहा कि अगर मैं देश की संसद में ही दलितों की बात नहीं रख सकती हूं तो यहां रहने का क्या फायदा, इसलिए राज्यसभा से इस्तीफा दिया था.
मायावती की इस रैली को 2019 के लोकसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है. बसपा का वोटबैंक दलित और पिछड़ों को माना जाता है. लेकिन पिछले कुछ चुनावों में बसपा के इस वोटबैंक में सेंध लगी है. माना जा रहा है कि इस सेंध को रोकने के लिए मायावती ने 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारी शुरु कर दी है. बता दें कि पंजाब में 31 फीसदी और हरियाणा में 21 फीसदी से ज्यादा दलित रहते हैं. बसपा पिछले लोकसभा और विधान सभा चुनावों के दौरान अपना वोट बैंक संभालने में नाकाम रही थी लेकिन मायावती फिर से दलित वोट बैंक हासिल करने की कोशिश में है.
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