CBSE बोर्ड पेपर लीक मामले की जानकारी सबसे पहले पुलिस को देने वाले छात्र चंदन गुप्ता ने बताया कि वे पूछताछ के दौरान पुलिस के व्यवहार से आहत हैं. छात्र का कहना है कि समर्थन करने की जगह पुलिस ने उसे इस तरह से ट्रीट किया जैसे कि वह कोई अपराधी हो. उसका कहना है कि पेपर लीक कैसे हुआ इसकी जांच होनी चाहिए.
नई दिल्लीः सीबीएसई दसवीं बोर्ड के गणित के पेपर लीक होने की जानकारी पुलिस को सबसे पहले देने वाले छात्र चंदन गुप्ता ने बताया कि 27 मार्च को रात करीब 10:40 बजे उसे लीक किया हुआ पेपर मिला. जिसके तुरंत बाद उसने पुलिस को इस बारे में सूचित किया. चंदन का कहना है कि पेपर कैसे लीक हुआ इसकी जांच होनी चाहिए. साथ ही उसने पुलिस के व्यवहार पर बात भी की.
पेपर लीक मामले में चंदन गुप्ता ने बताया कि जब उसके हाथ में पेपर आया तो पहले उसे विश्वास नहीं हुआ क्योंकि उसके हिसाब से सीबीएसई एक विश्वसनीय बोर्ड है जहां इस प्रकार की घटना नहीं घटनी चाहिए. लेकिन जब उसने पेपर पढ़ा तो उसे पेपर उसमें पूछे गए सवाल और भाषा से चंदन को विश्वास हुआ कि वाकई पेपर लीक हुआ है.
चंदन गुप्ता ने बताया जब उन्होंने पुलिस को इस बात की जानकारी दी तो पुलिस का व्यवहार ऐसा नहीं थी जैसी उनसे अपेक्षा की थी. चंदन का कहना है कि पुलिस ने उसे क्रिमिनल की तरह ट्रीट किया गया. उसके मुताबिक सही से बात तक नहीं की. पुलिस ने चंदन से कहा कि अब तो तुम्हें यहीं रुकना पड़ेगा, ये कोई छोटा केस नहीं है. पुलिस के इस व्यवहार से चंदन आहत है. उसका कहना है कि मैंने तो केवल सूचना दी और पुलिस ने मेरे साथ ऐसा व्यवहार किया. साथ उसने ने बताया कि एसओ ने चंदन से कहा कि वह सुबह पेपर टैली करने के लिए स्कूल पहुंचे लेकिन स्कूल प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला.
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