नई दिल्लीः जमीन घोटाला मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गिरफ्तार होने वाले हैं। इसके मद्देनजर जेएमएम और गठबंधन के विधायकों ने चंपई सोरेन को अपना नया नेता चुन लिया है और वह झारखंड के नए सीएम होंगे। बता दें कि चंपई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन(Champai Soren) कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री है। […]
नई दिल्लीः जमीन घोटाला मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गिरफ्तार होने वाले हैं। इसके मद्देनजर जेएमएम और गठबंधन के विधायकों ने चंपई सोरेन को अपना नया नेता चुन लिया है और वह झारखंड के नए सीएम होंगे। बता दें कि चंपई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन(Champai Soren) कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री है।
बता दें कि सरायकेला – खरसावां जिले स्थित जिलिंगगोड़ा गांव निवासी(Champai Soren) आदिवासी सिमल सोरेन खेती किसानी किया करते थे और उनके चार बच्चों में बड़े बेटे चंपई सोरेन हैं। चंपई सोरेन भी अपने पिता के साथ हाथ बंटाते थे और उन्होंने 10वीं क्लास तक सरकारी स्कूल से पढ़ाई की थी। इस बीच चंपई सोरेन का विवाह कम उम्र में ही मानको से कर दिया गया था और शादी के बाद इनकी के 4 बेटे और तीन बेटियां हुईं।
दरअसल, बिहार से अलग झारखंड राज्य की मांग उठने लगी। शिबू सोरेन के साथ ही चंपई सोरेन भी झारखंड के आंदोलन में उतर गए और जल्द ही ‘झारखंड टाइगर’ के नाम से मशहूर भी हो गए। जिसके बाद चंपई सोरेन ने अपनी सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय विधायक बनकर अपने राजनीतिक करियर का आगाज कर दिया। आगे चलकर वह झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गये।
गौरतलब है कि बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा की 2 साल और 129 दिन की सरकार में झामुमो नेता चंपई सोरेन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। इनको अहम मंत्रालय दिए गए थे। वहीं चंपई सोरेन 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक मंत्री रहे। राष्ट्रपति शासन लगने के बाद हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में चंपई सोरेन को खाद्य और परिवहन मंत्री, नागरिक आपूर्ति बनाया दिया गया था।
दूसरी बार साल 2019 में दुबारा हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर चंपई सोरेन को परिवहन, अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रखा गया है। इसके साथ ही चंपई झामुमो के उपाध्यक्ष भी हैं।
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