Chaitra Navratri 2022: नई दिल्ली, चैत्र नवरात्री की बार 2 अप्रैल से शुरू हो रही है, नवरात्री (Chaitra Navratri 2022) के पावन अवसर पर माँ दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है. नवरात्री के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है. इस बार माता शेरावाली घोड़े पर सवार होकर आ रही […]
नई दिल्ली, चैत्र नवरात्री की बार 2 अप्रैल से शुरू हो रही है, नवरात्री (Chaitra Navratri 2022) के पावन अवसर पर माँ दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है. नवरात्री के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है. इस बार माता शेरावाली घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं. नवरात्रि के अवसर पर देवी दुर्गा के उपासक नौ दिन का व्रत भी रखते हैं, लेकिन व्रत का फल उसे ही मिलता है, जो व्रत के समय पूरे विधि-विधान से पूजा करते हैं.
नवरात्री के समय आपको तामसिक भोजन नहीं खाना चाहिए, मांस-मदिरा के साथ ही आपको इस दौरान प्याज़ लहसन का भी सेवन करने से बचना चाहिए.
नवरात्री के दौरान आप अपशब्दों का इस्तेमाल न करें.
नवरात्री के दौरान मन में बुरे विचार भी न आने दे.
कई लोग भूख मिटाने के लिए तंबाकू का सेवन भी न करे.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग को बेहद शुभ माना जाता है, इस साल नवरात्रि के 9 दिनों में से 6 दिनों में बेहद शुभ संयोग पड़ रहे हैं. नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि के अलावा 3, 5, 6, 9 और 10 अप्रैल को भी सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि ये योग भक्तों के सभी काम बनाने वाले हैं, व इनमें भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं.
बता दें कि कलश को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है, इसलिए चैत्र नवरात्री के दौरान दुर्गा पूजा से पहले कलश स्थापना की जाती है. पूजा स्थल पर कलश की स्थापना करने से पहले कलश स्थापना करने वाले स्थल को अच्छे से गंगाजल से साफ किया जाता है. फिर सभी देवी-देवताओं को आमंत्रित किया जाता है, जिसके बाद, गणेश जी और मां दुर्गा की आरती करते है और 9 दिनों के व्रतों की शुरुआत करते हैं. बता दें चैत्र नवरात्री के दौरान कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त शनिवार, अप्रैल 2, 2022 को सुबह 6 बजकर 22 मिनट से शुरू होगा जो 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. बता दें कलश स्थापना की कुल अवधि 02 घण्टे 09 मिनट्स की रहेगी.