Chaitra Navratri 2022 नई दिल्ली, देशभर में नवरात्रि ( Chaitra Navratri 2022 ) की शुरुआत हो गई है, ऐसे में पूरे देश में नवरात्री की धूम देखने को मिल रही है. धूम-धाम से देशभर में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. इस दौरान माँ दुर्गा के 9 रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसे […]
नई दिल्ली, देशभर में नवरात्रि ( Chaitra Navratri 2022 ) की शुरुआत हो गई है, ऐसे में पूरे देश में नवरात्री की धूम देखने को मिल रही है. धूम-धाम से देशभर में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. इस दौरान माँ दुर्गा के 9 रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसे में यह भी कहा जाता है कि माता के 9 रूपों को उनका विशेष भोग चढाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. आइए आपको बताते हैं कि किस दिन किस भोग की है विशेष मान्यता.
माता शैलपुत्री को सफ़ेद भोग चढ़ाए जाने की विशेष मान्यता है. इस दिन पीले वस्त्र पहनकर माँ को घी अर्पित करने से भक्तों को रोगों से मुक्ति मिल जाती है.
माता ब्रह्मचारिणी को शकार का भोग चढ़ाए जाने की विशेष मान्यता है. इस दिन हरे वस्त्र पहनकर माँ को मिश्रित, चीनी और पंचामित्र का भोग चढ़ाया जाता है.
मां चंद्रघंटा को दूध और उससे बनी चीजों का भोग लगाया जाता है. माना जाता है कि इन चीजों का दान करने से मां चंद्रघंटा खुश होती हैं और व्यक्ति के सभी दुख दूर करती हैं.
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा को मालपुआ का भोग लगाया जाता है. इस दिन माता के भक्त नारंगी वस्त्र धारण कर माता को मालपुए का भोग चढ़ाते हैं.
नवरात्रि के पांचवें दिन माँ स्कंदमाता को केले का भोग लगाया जाता है. इस दिन उजला वस्त्र धारण कर माँ को केले का भोग चढ़ाया जाता है.
नवरात्रि के छठवें दिन माँ कात्यायनी को शहद का भोग लगाया जाता है. इस दिन लाल वस्त्र पहनने की भी विशेष मान्यता है.
नवरात्रि के सातवें दिन माँ कालरात्रि को गुड़ का भोग लगाया जाता है. इस दिन नीले वस्त्र पहनने की भी विशेष मान्यता है.
इस दिन महागौरी की पूजा की जाती है. श्रद्धालु इस दिन गुलाबी वस्त्र पहनकर मां को नारियल चढ़ाते हैं. नारियल का भोग लगान के बाद नारियल को सिर से घुमाकर बहा दें, माना जाता है कि ऐसा करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
इस दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. मां के भक्त इस दिन बैंगनी रंग के वस्त्र पहनकर मां को विभिन्न प्रकार के अनाजों का भोग लगाया जाता है.