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Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्री पर बन रहे ये खास संयोग, ऐसे करें पूजा

Chaitra Navratri 2022 नई दिल्ली, चैत्र माह के साथ नए साल की भी शुरुआत हो चुकी है, बता दें चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) की शुरुआत होती है. इस बार 2 अप्रैल से मां दुर्गा को समर्पित चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, वहीं इसका समापन […]

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Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्री पर बन रहे ये खास संयोग, ऐसे करें पूजा
  • March 24, 2022 9:39 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Chaitra Navratri 2022

नई दिल्ली, चैत्र माह के साथ नए साल की भी शुरुआत हो चुकी है, बता दें चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) की शुरुआत होती है. इस बार 2 अप्रैल से मां दुर्गा को समर्पित चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, वहीं इसका समापन 10 अप्रैल को होगा. चैत्र नवरात्री के दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. इस दिन विधि विधान के साथ मां के सभी 9 स्वरूपों की पूजा-उपासना की जाती है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार चैत्र नवरात्रि में कई शुभ संयोग बन रहे हैं. इन शुभ योगों में कलश स्थापना और मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों को बहुत ही अच्छे फल मिल सकते हैं.

चैत्र नवरात्री के शुभ योग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग को बेहद शुभ माना जाता है, इस साल नवरात्रि के 9 दिनों में से 6 दिनों में बेहद शुभ संयोग पड़ रहे हैं. नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि के अलावा 3, 5, 6, 9 और 10 अप्रैल को भी सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि ये योग भक्तों के सभी काम बनाने वाले हैं, व इनमें भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं.

कब से शुरू है चैत्र नवरात्री?

चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) हिंदू धर्म के पवित्र त्योहारों में से एक माना जाता है, इस दौरान मां दुर्गा के 9 विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है. माना जाता है कि नवरात्रि में माता की पूजा-अर्चना करने से देवी दुर्गा की अपने भक्तों पर विशेष कृपा होती है. बता दें सालभर में कुल 4 नवरात्रि आती हैं जिसमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि का महत्व काफी ज्यादा होता है. इस साल चैत्र नवरात्रि का त्योहार 2 अप्रैल 2022 से शुरू हो रहा है जो 11 अप्रैल 2022 तक मनाया जाएगा.

कब करें कलश स्थापना

बता दें कि कलश को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है, इसलिए चैत्र नवरात्री के दौरान दुर्गा पूजा से पहले कलश स्थापना की जाती है. पूजा स्थल पर कलश की स्थापना करने से पहले कलश स्थापना करने वाले स्थल को अच्छे से गंगाजल से साफ किया जाता है. फिर सभी देवी-देवताओं को आमंत्रित किया जाता है, जिसके बाद, गणेश जी और मां दुर्गा की आरती करते है और 9 दिनों के व्रतों की शुरुआत करते हैं. बता दें चैत्र नवरात्री के दौरान कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त शनिवार, अप्रैल 2, 2022 को सुबह 6 बजकर 22 मिनट से शुरू होगा जो 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. बता दें कलश स्थापना की कुल अवधि 02 घण्टे 09 मिनट्स की रहेगी.

 

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