नई दिल्ली। 20 जुलाई से संसद के मानसून सत्र की शुरुआत होने वाली है. मानसून सत्र से पहले भारत की राजनीति खेमा दो धड़ों में बंट गया है. 26 विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर एक विपक्षी महागठबंधन तैयार किया है. वहीं सत्ताधारी बीजेपी ने 39 सहयोगी पार्टियों के साथ मिलकर एनडीए दल की बैठक की है. […]
नई दिल्ली। 20 जुलाई से संसद के मानसून सत्र की शुरुआत होने वाली है. मानसून सत्र से पहले भारत की राजनीति खेमा दो धड़ों में बंट गया है. 26 विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर एक विपक्षी महागठबंधन तैयार किया है. वहीं सत्ताधारी बीजेपी ने 39 सहयोगी पार्टियों के साथ मिलकर एनडीए दल की बैठक की है. 20 जुलाई से संसद के मानसून सत्र की शुरुआत होने वाली है. मानसून सत्र में पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में फैली हिंसा पर चर्चा करने के लिए केंद्र सरकार तैयार हो गई है.
बता दें कि मानसून सत्र से पहले देश के करीब सभी राजनीतिक दल दो गुट में बंट गए हैं. ऐसे में इस बार के सत्र का हंगामेदार होने की पूरी आशंका है. ऐसा इसलिए भी है कि क्योंकि इस साल के आखिरी में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके अलावा अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाला है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार के खिलाफ लाए गए अध्यादेश को लेकर केंद्र सरकार बिल पेश करेगी. इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा को लेकर भी चर्चा होगी. वहीं यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर भी गंभीर चर्चाएं होने की उम्मीद है.
विपक्षी दलो की दूसरी महाबैठक बेंगलुरू में पूरी हो गई है. इस बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन को नया नाम ‘INDIA’ दिया गया है. जिसका फुल फॉर्म ‘Indian National Developmental Inclusive Alliance’ यानी ‘भारतीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक समावेशी गठबंधन’ दल है. विपक्षी गठबंधन की महाबैठक के बाद कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. खरगे ने बताया कि विपक्षी महागठबंधन दल की अगली बैठक मुंबई में होगी.