नई दिल्ली: 20 जुलाई से मानसून सत्र की शुरुआत होने जा रही है. केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव से पहले कई महत्वपूर्ण बिल संसद के पटल पर रखने वाली है. ऐसे में केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला किया है. माना जा रहा ही कि इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी,और संसद सत्र सुचारु रूप से चलता रहे इसकी भी चर्चा की जाएगी.

सर्वदलीय बैठक बुलाने की रही है परंपरा

संसद सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय सम्मेलन करने की परंपरा रही है. केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री और विपक्ष के विभिन्न दल बैठक में हिस्सा लेने के साथ अपने मुद्दे रखते हैं. प्रधानमंत्री भी इस बैठक का हिस्सा होते हैं.

राज्यसभा सभापति की बैठक टली

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने एक ऐसी ही बैठक मंगलवार को बुलाई थी लेकिन 18 जुलाई को विपक्षी दल के नेता बंगलुरु में हो रही महाबैठक में थे, साथ ही एनडीए के घटक दलों की बैठक कल दिल्ली में चल रही थी. बतादें कि इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में कुछ वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया था. जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी भी मौजूद रहे.

मानसून सत्र में हंगामे के आसार हैं

मानसून सत्र में हंगामे के आसार लग रहे है क्योंकि ये चुनावी साल है MP, राजस्थान, जैसे कई बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. साथ ही अगले साल लोकसभा का चुनाव है. ऐसे में सत्ता पक्ष हो या विपक्ष दोनों एक दूसरे पर हमलावर हो रहे है. मणिपुर के मुद्दे को लेकर विपक्ष पहले से ही सरकार पर हमलावर रही है. ऐसे में सत्र के दौरान भी इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेर सकती है.

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