नई दिल्ली: मंगलवार (18 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए हैं. इस दौरान बैठक में नेशनल क्वांटम मिशन को मंजूरी मिल गई है. सिनेमेटोग्राफ एक्ट 2023 पर भी इस बीच बड़ा फैसला लिया गया है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार यानी […]
नई दिल्ली: मंगलवार (18 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए हैं. इस दौरान बैठक में नेशनल क्वांटम मिशन को मंजूरी मिल गई है. सिनेमेटोग्राफ एक्ट 2023 पर भी इस बीच बड़ा फैसला लिया गया है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार यानी आज दिल्ली में प्रेस वार्ता की जिसमें उन्होंने इस बात की जानकारी दी है.
Today, the cabinet has approved that in the upcoming Parliamentary Session, Cinematograph Act 2023 will be brought…To ensure that the content doesn't suffer due to piracy, Cinematograph Act 2023 has been drafted: I&B Minister Anurag Thakur pic.twitter.com/aFSgepH9UR
— ANI (@ANI) April 19, 2023
प्रेस कॉन्फ़्रेस में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि फ़िल्म जगत, कलाकारों और प्रशंसकों से जुड़ा हुआ निर्णय लिया गया है। बहुत समय से मांग थी कि पायरेसी पर कुछ किया जाए। आज कैबिनेट ने अनुमति दी है कि संसद के आने वाले सेशन में सिनेमेटोग्राफ एक्ट 2023 लाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने मीडिया से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने नेशनल क्वांटम मिशन के लिए मंजूरी भी दी है. इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से 6,003 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है जिसकी समय सीमा 2023-24 से 2030-31 तक है.
वर्तमान समय में कंप्यूटर तकनीक में आए दिन कोई न कोई बदलाव आते रहते हैं इसी कड़ी में क्वांटम कंप्यूटिंग भी तेजी से बढ़ती तकनीक है जिसका प्रयोग काफी लाभदायक रहा है. आसान भाषा में इस तकनीक को समझने का प्रयास करें तो पुराने कंप्यूटरों के लिए जिन बातों को हल करना बेहद मुश्किल था और जिसमें समय लगता था इस तकनीक के आने के बाद वह सभी काम आसान हो जाएंगे. क्वांटम तकनीक भौतिकी (फिजिक्स) की एक शाखा है जिसे आज के कंप्यूटरों में इस्तेमाल होने वाली तकनीक से बेहतर माना जा रहा है.
अब तक इस तकनीक का प्रयोग काफी सफल रहा है जिससे कंप्युटिंग आसान हो गई है. साथ ही डाटा प्रोसेस करने और उसे जरूरत के हिसाब से तैयार करने में भी काफी आसानी होने लगी है. कंप्यूटर के जानकार इस बात को जानते होंगे कि आज के कंप्यूटर पारंपरिक कंप्यूटर बाइनरी 0 और 1 अवस्थाओं के रूप में जानकारी इकठ्ठा करते हैं जो प्रकृति के मूलभूत नियमों पर आधारित होते हैं. इसके उलट क्वांटम बड़ी गणना की अनुमति देता है जो जल्द से जल्द जटिल समस्याओं को भी हल कर सकता है.