CCI probe into Zomato and Swiggy नई दिल्ली, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने 4 अप्रैल को आदेश जारी कर कहा कि “फूड एग्रीगेटर्स स्विगी और जोमैटो के खिलाफ लग रहे पेमेंट साइकिल (CCI probe into Zomato and Swiggy) में देरी और कमीशन खाने के आरोपों पर जांच की जाएगी.” निष्पक्ष ट्रेड रेगुलेटर ने अपने महानिदेशक […]
नई दिल्ली, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने 4 अप्रैल को आदेश जारी कर कहा कि “फूड एग्रीगेटर्स स्विगी और जोमैटो के खिलाफ लग रहे पेमेंट साइकिल (CCI probe into Zomato and Swiggy) में देरी और कमीशन खाने के आरोपों पर जांच की जाएगी.” निष्पक्ष ट्रेड रेगुलेटर ने अपने महानिदेशक को आरोपों की गहन जांच करने और 60 दिनों के अंदर ही इसकी विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) का मानना है कि जोमैटो और स्विगी के कुछ आचरण के संबंध में शुरुआती तौर पर मामला मौजूद है, इस संबंध में जो भी शिकायतें की गई हैं, उनके लिए महानिदेशक (DG) की तरफ से जांच की जरूरत है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वाकई स्विगी और जोमैटो ने नियमों का उल्लंघन किया है या नहीं.
बता दें यह आदेश नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) की तरफ से दायर शिकायत पर जारी किया गया था, जो देश भर के 50,000 से ज्यादा रेस्तरां ऑपरेटरों का प्रतिनिधित्व करता है. इससे पहले ये दावा किया गया था कि कोरोना महामारी के दौरान, जोमैटो और स्विगी की प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रथाओं को लेकर चिंताएं कई गुना बढ़ गई हैं और उनके साथ कई चर्चाओं के बावजूद, ये प्लैटफॉर्म्स यानि की स्विगी और जोमैटो रेस्टोरेंट की चिंताओं को कम करने में कोई भी दिलचस्पी नहीं लेते हैं
नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने पिछले साल जुलाई में एंटीट्रस्ट बॉडी से संपर्क किया था, जिसमें जोमैटो और स्विगी के खिलाफ डेटा मास्किंग, डीप डिस्काउंटिंग और प्लेटफॉर्म निष्पक्षता के उल्लंघन के आरोपों की जांच की मांग की गई थी. खबरें हैं कि जोमैटो पर अपने प्लेटफॉर्म पर कुछ चुनिंदा रेस्टोरेंट से ऑर्डर वैल्यू का लगभग 27.8 प्रतिशत चार्ज करने का आरोप लगाया गया था.