नई दिल्ली: शिक्षा नीति में कहा गया है कि भाषाओं को एक मनोरंजक और संवादात्मक शैली में आगे पढ़ाया जाए। बोर्ड शिक्षा नीति साल 2020 की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर इस कार्यक्रम को शुरू कर रहा है। अब स्कूलों में विद्यार्थियों को एक लेखक के रूप में तैयार किया जाएगा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड […]
नई दिल्ली: शिक्षा नीति में कहा गया है कि भाषाओं को एक मनोरंजक और संवादात्मक शैली में आगे पढ़ाया जाए। बोर्ड शिक्षा नीति साल 2020 की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर इस कार्यक्रम को शुरू कर रहा है।
अब स्कूलों में विद्यार्थियों को एक लेखक के रूप में तैयार किया जाएगा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 5वीं से 10वीं तक के छात्रों में पढ़ने और लिखने की आदत को बढ़ावा देने के लिए बंडिग ऑथर प्रोग्राम शुरू करने जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को पढ़ने और प्रभावी ढंग से सीखने के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा। इसमेें बच्चों को हिंदी और अंग्रेजी में लघु कथाएं लिखनी होंगी।
राष्ट्रीय स्तर पर चयनित सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को सीबीएसई की तरफ से लघु कथाओं के संग्रह के रूप में प्रकाशित किया जाएगा। सीबीएसई ने बीते वर्ष रीडिंग मिशन की शुरुआत की थी। अब बोर्ड इस कार्यक्रम को विस्तार करते हुए सीबीएसई नवोदित लेखक कार्यक्रम शुरू कर रहा है। इसमें सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन, प्रथम बुक्स, स्टोरी वीवर के अलावा नेशनल बुक ट्रस्ट बोर्ड के साथ साझेदारी करेंगे। बोर्ड के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति साल 2020 लर्न टू रीड से रीड टू लर्न के मार्ग पर ध्यान केंद्रित करती है।
शिक्षा नीति में स्पष्ट रूप से बताया है कि भाषाओं को मनोरंजक और संवादात्मक शैली में पढ़ाया जाएगा। बोर्ड शिक्षा नीति साल 2020 की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर इस कार्यक्रम को शुरू कर रहा है।
पहलेे चरण में स्कूल स्तर पर 24 अगस्त से 16 सितंबर तक आयोजित होगा। यहां उन्हें हिंदी और अंग्रेजी में लघुकथा लिखनी होंगी। इनमें से 5 वीं से 6ठी, 7वीं से 8वीं व 9वीं से 10वीं कक्षा मेें से दो-दो सर्वश्रेष्ठ छात्रों की प्रविष्ट को अगले राउंड के लिए चयनित किया जाएगा।
दूसरा चरण में यह कार्यक्रम 16 सितंबर से 30 सितंबर तक होगा। यहां पर तकनीकी प्लेटफॉर्म रीडिंग असाइनमेंट दिए जाएंगे। अगला चरण 30 सितंबर से 2 नवंबर तक होगा। इसमें पंजीकृत छात्रों के लिए लेखन कौशल विकसित करने के लिए वेबिनार आयोजित करेगा। इसमें भाग लेेने वाले छात्रों को ऑनलाइन प्रमाणपत्र दिया जाएगा।