नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के लाखों छात्र बेसब्री से अपने बोर्ड परीक्षा टाइम टेबल का इंतजार कर रहे हैं. इसी बीच सीबीएसई बोर्ड की तरफ से एक बड़ी खबर आई है. सीबीएसई बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक दिसंबर को कहा कि सीबीएसई बोर्ड की कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में कोई डिवीजन या डिस्टिंक्शन अब नहीं दिए जाएंगे. अगर विद्यार्थी पांच से अधिक पेपर देगा तो उसके बेस्ट फाइव सब्जेक्ट तय करने का निर्णय छात्र के संबंधित स्कूल या संस्थान को होगा।
इस संबंध में सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक सान्याम भारद्वाज ने कहा कि कुल मिलाकर कोई श्रेणी, कुल प्राप्तांक या विशेष योग्यता नहीं दिए जाएंगे. यदि किसी अभ्यर्थी ने पांच से अधिक विषयों में परीक्षा (exam) दी है तो उसे प्रवेश देने वाला संस्थान उसके लिए सर्वश्रेष्ठ पांच विषयों पर विचार करने का निर्णय कर सकता है।
भारद्वाज ने आगे कहा कि सीबीएसई बोर्ड अंक प्रतिशत की गणना नहीं करता और ना ही सूचना देता है. उन्होंने कहा कि यदि उच्च शिक्षा या रोजगार के लिए अंक प्रतिशत जरूरत है तो गणना प्रवेश देने वाले संस्थान द्वारा की जा सकती है. आपको बता दें कि इससे पहले सीबीएसई स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के उद्देश्य से वरीयता सूची जारी करने की परिपाटी भी हट चुका है।
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