CBI Phone Tapping: सीबीआई फोन टैपिंग मामले में एक ऐसे मंत्री का नाम भी आया जिसने चारा घोटाला मामले में जेल में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव की फाइल फोन कर मंगवाई थी. ऐसे में उनके बेटे तेजस्वी यादव ने कहा है कि उस मंत्री के नाम का खुलासा किया जाना चाहिए. बता दें कि फोन टैपिंग मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल का नाम भी सामने आया था.
नई दिल्ली. सीबीआई फोन टैपिंग मामले में दो मुख्यमंत्री और तीन मंत्रियों समेत 34 बड़े नाम सामने आये. फोन टैपिंग में एक ऐसे मंत्री का नाम भी आया जिसने चारा घोटाला मामले में जेल में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की फाइल फोन कर मंगवाई थी और कोई भी कार्रवाई बिना पूछे न करने के निर्देश दिए. ऐसे में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीबीआई और सरकार से जवाब मांगा है. तेजस्वी ने गुरुवार को एक ट्वीट कर कहा कि सीबीआई जैसे बड़े संस्थान के कामकाज में हस्तक्षेप करने वाले उस केंद्रीय मंत्री का नाम सार्वजनिक किया जाए. वो हमारे केस की फाइल अपने पास मंगवाता था. सीबीआई के निदेशक से मिलना चाहता था, संस्थान के उच्च अधिकारियों को निर्देश देता था और चार्जशीट दाखिल करने और गिरफ्तारी में रुचि ले रहा था.
गौरतलब है कि सीबीआई की फोन टैपिंग मामले में टेप हुए फोन पर एक मंत्री लालू यादव के केस में सीधे सीबीआई ऑफिसर को आर्डर देते सुनाई दे रहा है. साथ ही दो और मंत्री ऐसे हैं जो विजय माल्या और नीरव मोदी की पैरवी करते सुनाई पड़ रहे हैं. वहीं एक अन्य खबर आई है कि सीबीआई के ही एक बड़े अधिकारी ने किसी दूसरे राज्य की स्पेशल पुलिस यूनिच से कुछ अधिकारियों का फोन टेप कराने की कोशिश की थी.
उस केंद्रीय मंत्री का नाम सार्वजनिक किया जाए जो CBI जैसी स्वायत्त संस्था में हस्तक्षेप कर हमारे केस संबंधित फ़ाइल अपने घर मंगवाता था, CBI निदेशक से मिलना चाहता था,CBI के उच्च अधिकारी को निर्देश देता था,चार्जशीट दाख़िल करने और गिरफ़्तारी में रुचि ले रहा था?https://t.co/4UyRtRTckO
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 22, 2018
फोन टेप मामले में तेजस्वी यादव ने जेल में सजा काट रहे अपने पिता की फाइल का जिक्र जानकर आपत्ति जताई है कि ऐसा कौन हौ जो उनके केस में रुचि ले रहा है. बता दें कि लालू चारा घोटाला मामले में सजा काट रहें हैं. वहीं लालू प्रसाद काफी बीमार हैं. सीबीआई प्रकरण में अभी कई और खुलासे होने बाकी हैं. फोन टैपिंग मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल, सीवीसी केवी चौधरी, कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा, कानून सचिव सुरेश चंद्रा वगैरह पर कई तरह के आरोप लगे.