नई दिल्लीः कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के द्वारा खालिस्तानी आतंकी हरदीर सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाने के बाद उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उनकी फजीहत देश और दुनिया के अलग- अलग हिस्सों में हो रही है। खुद उनके देश की संसद […]
नई दिल्लीः कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के द्वारा खालिस्तानी आतंकी हरदीर सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाने के बाद उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उनकी फजीहत देश और दुनिया के अलग- अलग हिस्सों में हो रही है। खुद उनके देश की संसद में नेता प्रतिपक्ष ने भारत पर इस तरह के आरोप लगाने पर जस्टिन ट्रूडो को जमकर फटकार लगाई थी। अब जस्टिन ट्रूडो के ऊपर पत्रकार और लेखक ग्लेन ग्रीनवाल्ड ने गंभीर आरोप लगा दिए है।
कनाडा के पीएम पर लगा गंभीर आरोप
पत्रकार और लेखक ग्लेन ग्रीनवाल्ड ने गंभीर आरोप लगा दिए है। उन्होने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम के जरिए ट्रूडो पर निशाना साधते हुए कहा कि कनाडा सरकार दुनिया के सबसे दमनकारी ऑनलाईन सेंशरशिप योजना लेकर आई है। दरअसल कानाडा सरकरा की एक आदेश की तहत सभी ऑनलाईन स्ट्रीमिंग सेवाओं को आधाकारिक रुप से सरकार के रिकॉर्ड में पंजीकृत कराने का आदेश दिया है ताकि सरकार उस पर निगरानी रख सके। इस आदेश के तहत जीतने भी पॉडकास्ट प्रसारित होता है। सरकार उसपर अपना निगरानी करेगी।
मस्क ने किया ट्रूडो पर प्रहार
ग्लेन ग्रीनवाल्ड के इस पोस्ट पर अपनी बात रखते हुए एलन मस्क ने कहा एक सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि ट्रूडो कनाडा में बोलने की आजादी को खत्म करना चाहते है। यह शर्मनाक है। यह पहली बार नहीं जब कनाडा के सरकार पर बोलने की आजादी खत्म करने का आरोप लगा है। इससे पहले फरवरी 2022 में भी ट्रूडो सरकार ने आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल किया था और कनाडा के इतिहास में पहली घटना थी। बता दें कि कोरोना महामारी के समय कोरोना वैक्सीन को लेने के लिए अनिवार्यता के खिलाफ ट्रक ड्राईवर ने विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया था। तब हालात पर काबू पाने के लिए कनाडा सरकार ने आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल किया था।