नई दिल्ली/चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री तथा डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) संविधान के सिद्धांतों के खिलाफ है। सीएम ने एलान किया कि उनके नेतृत्व में तमिलनाडु में सीएए लागू नहीं किया जाएगा।
स्टालिन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में ये टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने सीएए की आलोचना करते हुए कहा कि ये कुछ धार्मिक समूहों के खिलाफ भेदभाव करता है तथा भारत के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को कमजोर करता है। स्टालिन ने आगे कहा कि सरकार का दृढ़ विश्वास है कि लोगों के बीच विभाजन पैदा करने वाले इस कानून से कोई लाभ नहीं मिलेगा और ये पूरी तरह से अनावश्यक है। उन्होंने कहा कि इसे निरस्त किया जाना चाहिए क्योंकि ये केवल भारत के लोगों को कष्ट देगा।
उन्होंने कहा कि मैं इस समय तमिलनाडु के लोगों को दृढ़ता से बताना चाहता हूं कि तमिलनाडु सरकार किसी भी तरह से केंद्र सरकार द्वारा लागू नागरिकता संशोधन अधिनियम को लागू करने की इजाजत नहीं देगी, क्योंकि इससे एकता को नुकसान पहुंचेगा। सीएम ने आगे कहा कि तमिलनाडु सरकार राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी कानून को लागू नहीं करेगी।
यह भी पढ़ें-
Nayab Singh Saini: जानें कौन हैं नायब सैनी, बनेंगे हरियाणा के नए मुख्यमंत्री
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में कई कंपनियां एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।…
फखरुद्दीन नाम का ये मुस्लिम शख्स हिंदू धर्म अपनाने के बाद अब फतेह सिंह बहादुर…
यूपी विधानसभा के घेराव के दौरान एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई. विरोध प्रदर्शन…
लंबे अरसे के बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने एक साथ मंच साझा किया…
चीन ने भूटान की ज़मीन पर 22 गांव और बस्तियां बसाई हैं। यहां करीब 2,284…
हिंदू महिलाओं और बुर्का पहने एक मुस्लिम महिला के बीच विवाद हो गया, जो बाद…