नई दिल्ली: देश की एक बड़ी एडटेक कंपनी बायजूस (Byju’s) इस वक्त भारी आर्थिक संकट से जूझ रही है। हाल इतना बुरा हो गया है कि कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बायजूस के संस्थापक एस रवींद्रन को अपना घर भी गिरवी रखना पड़ गया। कुछ मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, एस रवींद्रन ने बेंगलुरु के […]
नई दिल्ली: देश की एक बड़ी एडटेक कंपनी बायजूस (Byju’s) इस वक्त भारी आर्थिक संकट से जूझ रही है। हाल इतना बुरा हो गया है कि कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बायजूस के संस्थापक एस रवींद्रन को अपना घर भी गिरवी रखना पड़ गया। कुछ मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, एस रवींद्रन ने बेंगलुरु के अपने दो घरों को गिरवी रखकर करीब 100 करोड़ रुपए इकट्ठे किए और लगभग 15,000 कर्मचारियों को वेतन दिया।
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बायजूस (Byju’s) की आक्रामक मार्केटिंग रणनीतियां उसके लिए भारी पड़ गईं। बायजूस की ये रणनीतियां अपने बच्चों के शैक्षणिक भविष्य के बारे में चिंतित माता-पिता के डर का फायद उठाती थीं, और तो और बायजूस पहले से डरे पैरेंट्स को और ज्यादा डराकर पैसे कमाता था। फिल्म निर्माता हंसल मेहता उन लोगों में से थे जिन्होंने सार्वजनिक रूप से बायजू की आक्रामक मार्केटिंग की निंदा की थी, जिसमें बताया गया था कि कैसे सेल्सपर्सन ने उनकी बेटी को यह समझाने का प्रयास किया कि वह शैक्षणिक रूप से खराब थी। इन चीजों से बायजूस की मार्केट वैल्यु कम हो गई और इंवेस्टर्स का उसपर से भरोसा उठ गया। इसके अलावा ऑनलाइन शिक्षण की घटती मांग और तकनीकी गड़बड़ियों के साथ बढ़ते आरोपों ने बायजू के संकट में और इजाफा किया।