साल 2017 में जुलाई के माह में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले में कई यात्रियों की जान बचाने वाले बस ड्राइवर शेख सलीम गफूर को दूसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया. गफूर ने साहस का परिचय देते हुए बस में सवार 60 में से 52 यात्रियों की जान बचाई थी.
सूरतः पिछले साल अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले में 52 यात्रियों की जान बचाने वाले बस ड्राइवर शेख सलीम गफूर को दूसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से नवाजा गया. पिछले वर्ष 10 जुलाई को बस चालक शेख 60 यात्रियों को लेकर अमरनाथ से लौट रहे थे. उसी दौरान अनंतनाग के बोटनगू में आतंकवादियों ने बस पर हमला कर दिया था. आतंकियों द्वारा ताबड़तोड़ गोलीबारी में 8 यात्रियों की मौत हो गई थी.
बता दें कि साल 2017 के लिए कुल 44 नागरिकों को जीवन रक्षा पदक के लिए चुना गया. इनमें से 7 को सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक (मरणोपरांत), 13 को उत्तम जीवन रक्षा पदक और 24 को जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया गया. सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक पाने को बहादुरी के लिए एक लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र दिया गया. उत्तम जीवन रक्षा पदक हासिल करने वालों को 60 हजार रुपये वहीं जीवन रक्षा पदक पाने वाले को 40 हजार रुपये की राशि दी गई.
आतंकियों के हमले के बाद भी शेख ने बस चलाना जारी रखा और बस सिक्योरिटी पोस्ट के पास जाकर रोकी. चालक के इस साहस के कारण बस में सवार 56 यात्रियों की जान बच गई थी. बता दें कि गफूर को जीवन रक्षा पदक से सम्मानित करने के लिए चुना गया है. गफूर तीन बच्चों के पिता हैं. उन्होंने कहा कि मुझे पुरस्कार मिलने की खुशी तब अधिक होती जब हमले में जान गंवाने वाले 8 लोगों की जिंदगियां भी बच गई होती.
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