नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के तहत बुधवार को फस्ट सेट शुरू किया गया, जिसमें पहले सेट के अंदर 14 लोगों को भारत की नागरिकता दी गई. बता दें कि इस बात की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से दी गई. भारत में अब तक कुछ लोग शरणार्थी के तौर पर अपनी जिंदगी गुजार […]
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के तहत बुधवार को फस्ट सेट शुरू किया गया, जिसमें पहले सेट के अंदर 14 लोगों को भारत की नागरिकता दी गई. बता दें कि इस बात की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से दी गई. भारत में अब तक कुछ लोग शरणार्थी के तौर पर अपनी जिंदगी गुजार रहे थें. लेकिन भारत सरकार ने इन लोगों को भारत की नागरिकता का सर्टिफिकेट जारी कर दिया.
बता दें कि भारत की नागरिकता का सर्टिफिकेट मिलने के बाद एक पूर्व शरणार्थी के चेहरे पर खुशी देखने को मिली. वहीं उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हमें बहुत अच्छा महसूस हो रहा है. उन्होंने बताया कि हम 2014 में आए थें जब सीएए को पास किया गया था तो, उस वक्त भी खुशी हुई थी और अभी भी खुशी हो रही है.
शरणार्थी का तमगा हटने के बाद एक महिला ने कहा कि पाकिस्तान में हमें ज्यादा दिक्कत हुआ करती थी. पाकिस्तान में हमें कहीं जाने के लिए बुर्का पहनकर निकलना पड़ता था, लेकिन भारत देश में हम अपनी मर्जी से कुछ भी पहन सकते हैं. उन्होंने सीएए के तहत भारत की नागरिकता पाने की प्रक्रिया को लेकर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि बहुत आसानी से आवेदन किया था.
नागरिकता संशोधन कानून 11 दिसंबर 2019 को लागू किया गया था. इस दौरान पूरे देश में हिंसक आंदोलन देखने को मिला था. बता दें कि लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले भारत सरकार ने मार्च 2024 को नागरिकता नियम लाया था, वहीं 2024 को अधिसूचित किया गया था.
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