राखी पर बाजार में बंपर उछाल: 12 हजार करोड़ का व्यापार, देशी राखी ने चीनी राखी को दी मात

राखी पर बजार में बंपर उछाल12 हजार करोड़ का हुआ व्यापार, देशी राखी ने चीनी राखी को दी मातBumper boom in the market on Rakhi, business worth Rs 12 thousand crores, Indian Rakhi beats Chinese Rakhi.

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राखी पर बाजार में बंपर उछाल: 12 हजार करोड़ का व्यापार, देशी राखी ने चीनी राखी को दी मात

Shikha Pandey

  • August 19, 2024 10:53 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: आज भाई-बहनों के प्यार का त्योहार राखी मनाया जा रहा है.व्यापारियों को उम्मीद है कि केवल राखी के त्योहार के दिन आज बाजार में लगभग 12 हजार करोड़ रुपये का व्यापार हो सकता है. पिछले साल राखी पर लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था. अच्छे व्यापार से बाजार में नया रौनक आने की शुरूआत होती है. राखी के साथ ही त्योहारों का मौसम शुरू हो जाता है.इसके बाद कृष्णजन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, दीपावली की शुरुआत हो जाएगी.व्यापारियों के मुताबिक इस दौरान लोग जमकर खरीदारी करेंगे और बाजार चल पड़ेगा.

12 हजार करोड़ की व्यापार

व्यापारियों के शीर्ष संगठन कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने बताया कि इस साल राखी के त्यौहार पर देश भर में 12 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का त्योहारी व्यापार होने की उम्मीद है. बाज़ारों में राखी की खरीददारी पर काफी भीड़ है,और लोगों में राखी के त्योहार के प्रति काफी उत्साह है।.पिछले कई सालों से देश में स्वदेशी राखियों ही ज्यादा बिक रही हैं और इस साल भी चीन की बनी राखियों की मांग न के बराबर थी और बाजार में चीनी राखियां नजर भी कम आ रही है.

इस तरह की राखियां बाजार में

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि इस साल विशेष प्रकार की राखियां बनाई गईं हैं.जिनमें नागपुर में बनी खादी राखी, पुणे में बीज राखी, जयपुर में सांगानेरी कला राखी, मध्यप्रदेश के सतना में ऊनी राखी,असम में चाय पत्ती राखी, आदिवासी वस्तुओं से बनी बांस की राखीकोलकाता में जूट राखी, केरल में खजूर राखी, मुंबई में रेशम राखी,कानपुर में मोती राखी, बिहार में मधुबनी और मैथिली कला राखी, पांडिचेरी में सॉफ्ट पत्थर की राखी, बेंगलुरु फूल राखी आदि शामिल हैं। वहीं देश का गर्व प्रदर्शित करने वाली तिरंगा राखी, वसुधैव कुटुंबकम की राखी, भारत माता की राखी बाज़ार में सबसे ज्यादा बिक रही हैं।

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