Bulandshahr Mob Violence: बुलंदशहर में गोकशी की खबर के बाद भड़की हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या के आरोप में पुलिस ने जीतेंद्र मलिक उर्फ फौजी को कश्मीर से गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि ये जवान छुट्टी पर आया था और हिंसा के दौरान उसी ने गोली चलाई थी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बुलंदशहर में हुई हिंसा की जल्द से जल्द जांच पूरी करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने पुलिस की स्पेशल टीम को जांच सौंप दी. जांच कर रही पुलिस को इसमें एक बड़ा सबूत मिला है. पुलिस को पता चला की सुबोध सिंह की मौत एक फौजी के गोली मारने के बाद हुई.
बुलंदशहर. इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को गोली मारने वाले जीतू फौजी उर्फ जीतेंद्र मलिक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. यूपी पुलिस उसे कश्मीर से पकड़कर बुलंदशहर वापस ला रही है. गौरतलब है कि सोमवार को बुलंदशहर में हिंसा भड़की जिसमें दो लोगों की मौत हुई. हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पेशल टीम को जांच करने की जिम्मेदारी दी. जांच के दौरान पुलिस को पता चला की सुबोध सिंह को गोली एक फौजी ने मारी थी. जम्मू में तैनात जीतू उर्फ फौजी अपने गांव छुट्टी पर आया था. यहां हिंसा में भी वो शामिल हुआ और जांच से पता चला की उसकी अवैध पिस्टल से सुबोध सिंह को गोली लगी. इसके बाद फौजी वापस जम्मू भाग गया.
इसके पुख्ता सबूत एक वीडियो में हैं. वीडियो में फौजी गोली चलाता हुआ दिख रहा है. फौजी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसके घर पहुंची तो पता चला बवाल के बाद ही फौजी जम्मू वापस लौट गया. जम्मू में फौजी की यूनिट के अधिकारियों से बात करने के बाद पुलिस की टीम जम्मू के लिए रवाना हो गई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को घटना की 203 वीडियो मिली हैं जिनकी जांच के बाद हत्या में फौजी के शामिल होने का पता चला.
सूत्रों का कहना है कि वीडियो में ये भी दिख रहा है कि बवाल कहां से शुरू हुआ और कैसे भीड़ भड़की. साथ ही वीडियो से ही खुलासा हुआ की हिंसा में मरने वाले इंस्पेक्टर सुबोध सिंह और छात्र सुमीत कुमार को किसने गोली मारी. वहीं भीड़ को भड़काने के मामले में बजरंग दल के कार्यकर्ता योगेश राज का नाम है. पुलिस ने अभी तक 60 अनजान और 27 नामजद लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.