नई दिल्ली: मंगलवार(7 फरवरी) को बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जोरदार बहस हुई. इस बीच भाजपा और कांग्रेस के बीच घमासान मचा रहा जहां पक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे पर जमकर हमला बोला. प्रधानमंत्री देंगे अपना जवाब मंगलवार को संसद में अडानी कंपनी के शेयरों के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस में […]
नई दिल्ली: मंगलवार(7 फरवरी) को बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जोरदार बहस हुई. इस बीच भाजपा और कांग्रेस के बीच घमासान मचा रहा जहां पक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे पर जमकर हमला बोला.
मंगलवार को संसद में अडानी कंपनी के शेयरों के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस में जमकर घमासान मचा और एक-दूसरे पर हमले हुए. संसद में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अदाणी के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. इसी कड़ी में आज यानी संसद की कार्यवाही के सातवे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपना जवाब देंगे।
संसद में चर्चा के दौरान राहुल ने सवाल पूछा कि पीएम मोदी, गौतम अदाणी के साथ कितनी बार विदेश गए? पहले पीएम मोदी गौतम अदाणी के जहाज में विदेश घूमने जाते थे लेकिन अब गौतम अदाणी, पीएम मोदी के जहाज में विदेश घूमते हैं। राहुल गांधी ने आगे पूछा कि भाजपा को 20 साल में अदाणी ने कितने पैसे दिए? इसी प्रकार राहुल गांधी ने संसद में प्रधानमंत्री के ऑस्ट्रेलिया जाने पर भी सवाल उठाया। उनके शब्दों में पीएम ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से SBI एक बिलियन डॉलर का लोन अदाणी को देता है. एक बार फिर वह बांग्लादेश गए और 1500 मेगावाट बिजली का ठेका अदाणी को चला जाता है। उन्होंने आगे सवाल किया कि LIC का पैसा अदाणी की कंपनी में क्यों डाला गया?
इसके बाद राहुल कहते हैं कि बिना अनुभव वाले लोगों को एयरपोर्ट का काम नहीं मिलता है। अदाणी अनुभवहीन है लेकिन उन्हें देश में छह एयरपोर्ट की जिम्मेदारी नियम बदलकर दी गई है. उन्होंने आगे आरोप लगाया है कि भारत सरकार ने CBI-ED का दबाव डालकर एजेंसी का प्रयोग करते हुए GVK से लेकर एयरपोर्ट को अदाणी सरकार को दिलवाया गया।
दूसरी ओर राज्यसभा में भी सदन के पहले चरण में मंगलवार को विपक्ष का हंगामा चला. उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसद डॉक्टर के लक्ष्मण ने राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया और मोदी सरकार के नौ साल के कामकाज पर प्रकाश डाला। विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शुरुआत की. नियम 167 को लेकर चर्चा के दौरान सभापति और दिग्विजय के बीच नोकझोंक भी हुई. दिग्विजय ने अपने संबोधन में मोदी सरकार की अमृत काल की पहलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मोदी सरकार को दिए सूट बूट की सरकार के नारे का संदर्भ भी दिया. उन्होंने कहा कि 2014 में जब मोदी सरकार बनी थी, उस समय से आज तक अदाणी समूह के पास इतनी संपत्ति कैसे बढ़ी।
इस दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना पक्ष रखा. इस सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि भारत की विविधता और उसकी सौहार्द पूर्ण सांस्कृतिक विरासत एक विलक्षण पहचान है. यह आज खतरे में है. उन्होंने अपने अभिभाषण में रोजगार, महंगाई, पेट्रोल की बढ़ती कीमतें, महिला शिक्षा की ओर ही ध्यान आकर्षित किया. इसके साथ उन्होंने कहा कि आज शाहरुख खान और जॉन अब्राहम ने कर दिखाया वह हम नहीं कर सके.
राज्यसभा में भाजपा सांसद प्रकाश जावड़ेकर ने राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि ये समय देश के लिए बहुत गौरव का क्षण है। देश को पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति मिली हैं जहां मोदी सरकार ने देश के मूल के लिए काम किया है. देश को दुनिया में शिक्षा से लेकर विकास की सतत प्रक्रिया ने अलग पहचान दिलाई है।
इस दौरान तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की टिप्पणी पर भी संसद में जमकर हंगामा हुआ। महुआ ने अपने भाषण की शुरुआत पेगासस, बीबीसी के वृत्तचित्र और रफाल डील जैसे मुद्दों पर रौशनी डालने से की. इस दौरान उन्होंने कहा कि ये सरकार टोपी पहनाने वाली सरकार है। इस टिप्पणी को सुनकर भाजपा सांसदों ने खूब हंगामा किया.
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