नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र की आज से शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार संसद के ज्वाइंट सेशन को संबोधित किया। बता दें कि मुर्मू के आने पर पूरे सदन में सांसदों ने मेज थपथपाकर उनका स्वागत किया गया। मुर्मू ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है, जो मानवीय […]
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र की आज से शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार संसद के ज्वाइंट सेशन को संबोधित किया। बता दें कि मुर्मू के आने पर पूरे सदन में सांसदों ने मेज थपथपाकर उनका स्वागत किया गया। मुर्मू ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है, जो मानवीय दायित्वों का निर्वहन करने में सक्षम हो। जहां पर गरीबी न हो और मध्यम वर्ग वैभव से युक्त हो और हर युवा वक्त से दो कदम आगे चलते हों, ऐसा भारत हमें बनाना है।
आइए जानते हैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण की 10 बड़ी बातें….
1-राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सरकार के लगभग 9 वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन तो यह हुआ है कि आज हर भारतवासी का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदला है।
2-संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, LOC से लेकर LAC तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक, धारा 370 हटाने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकार की पहचान एक मजबूत और निर्णायक सरकार की रही है।
3-राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मौजूदा सरकार ने हर वर्ग के लिए बिना किसी भेदभाव के काम किया है। बीते कुछ सालों में मेरी सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि अनेक मूल सुविधाएं आज या तो शत-प्रतिशत आबादी तक पहुंच गई हैं या फिर उस लक्ष्य के काफी निकट हैं।
4-अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं। ये छोटे किसान, दशकों से सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे। इन्हें अब सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है।
5- राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा कि जो भारत कभी अपनी समस्याओं के लिए दूसरों पर निर्भर रहता था, वह आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना हुआ है। हमारे लिए ये युग निर्माण का अवसर है। हमें एक ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर हो और जो अपने मानवीय दायित्व को पूरा करने में समर्थ हो, जिसमें गरीबी न हो जिसका मध्यम वर्ग भी वैभव से युक्त हो।
6- अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा कि अब हमें भ्रष्टाचार से मुक्ति मिल रही है। देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से आयुष्मान भारत योजना ने बचाया है। इस योजना ने उनके 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होने से बचाए हैं।
7- राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा कि ये युग निर्माण का अवसर है। अब एक गौरवशाली राष्ट्र का निर्माण करना है। आज भारत में महिलाओं के सामने से हर बाधा को दूर करने वाली मजबूत सरकार है। आदिवासी परंपरा को आज सम्मान मिल रहा है।
8- राष्ट्रपति ने कहा कि भगवान बसवेश्वर ने कहा था कि कायकवे कैलास अर्थात् कर्म ही पूजा है, कर्म में ही शिव हैं। भगवान के दिखाए मार्ग पर चलते हुए मेरी सरकार राष्ट्र निर्माण के कर्तव्य को पूरा करने में पूरी तत्परता से जुटी है।
9- संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार ने हर उस समाज की इच्छाओं को पूरा किया है, जो कई सदियों से वंचित रहा है। गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी की इच्छाओं को पूरा कर उन्हें सपने देखने का साहस दिया है।
10- राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा कि मैं इस सत्र के माध्यम से आज देशवासियों का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने लगातार दो बार, एक स्थिर सरकार को चुना है। इस स्थिर सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई है।
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