नई दिल्ली: गुरुवार (9 फरवरी) को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में खूब गरजे. इस दौरान उनके निशाने पर कांग्रेस खासकर गांधी-नेहरू परिवार रहा. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विपक्ष पर कई आरोप लगाए। दूसरी ओर अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने उनपर और […]
नई दिल्ली: गुरुवार (9 फरवरी) को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में खूब गरजे. इस दौरान उनके निशाने पर कांग्रेस खासकर गांधी-नेहरू परिवार रहा. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विपक्ष पर कई आरोप लगाए। दूसरी ओर अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने उनपर और केंद्र सरकार पर लगे सभी आरोपों के भी जवाब दिए. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि हम पर आरोप है कि हम राज्य की सरकारों को परेशान करते हैं लेकिन ऐसा नहीं है.
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने ये याद दिलाते हुए कहा कि ‘संविधान के अनुच्छेद 356 का कांग्रेस ने सबसे अधिक दुरुपयोग किया. दरअसल, विपक्ष शासित राज्य की सरकारों का केंद्र पर ईडी और सीबीआई के सहारे उन्हें परेशान करने का आरोप लगता ही रहता है. इसके जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘हम पर आरोप लगते हैं कि हम राज्य सरकार को परेशान करते हैं. लेकिन इतिहास उठा कर देखिए कि वह कौन सी पार्टी थी जिसने अनुच्छेद 356 का सबसे अधिक इस्तेमाल किया. उन्होंने 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया. इसमें केवल इंदिरा गांधी ने आर्टिकल 356 का 50 बार उपयोग किया है.’
पीएम नरेंद्र मोदी आगे कहते हैं कि केरल में जो लोग इनके साथ खडे़ हैं. वह भी सुन लीजिए कि राज्य में वामपंथी सरकार चुनी गई थी. इस सरकार को पंडित नेहरू पंसद नहीं करते थे. कुछ ही समय बाद इस सरकार को घर भेज दिया गया. DMK के दोस्तों आप भी सुन लो कि तमिनलाडु में एमजीआर और करुणानिधि की सरकार को भी कांग्रेस ने ही बर्खास्त किया. एमजीआर की आत्मा आज देखती होगी कि आप क्या कर रहे हो.’
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरद पवार का भी जिक्र किया और कहा कि ‘उनको मैं काफी आदरणीय मानता हूं. 1980 में उनकी सरकार गिरा दी गई थी और आज वो कहां है. हर किसी क्षेत्रीय नेता को उन्होंने (कांग्रेस) परेशान किया. यह कांग्रेस की राजनीति का स्तर रहा है और गर्वनरों के ऑफिस को कांग्रेस के ऑफिस में बदल दिया गया.
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