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Budget 2024: क्या होता है बजट? जानिए इससे जुड़ी 5 अहम बातें

Budget 2024:वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे देश का आम बजट संसद में पेश करेंगी। मोदी 3.0 के पहले बजट पर पूरे देश की नजर है। किसान, महिलाओं, युवा, मध्यम वर्ग समेत सभी की इससे उम्मीदें हैं। इसे पहले हम देश के बजट से जुड़ी हुई कई अहम बातों पर नजर डालते हैं। […]

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Budget 2024: क्या होता है बजट? जानिए इससे जुड़ी 5 अहम बातें
  • July 23, 2024 8:39 am Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

Budget 2024:वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे देश का आम बजट संसद में पेश करेंगी। मोदी 3.0 के पहले बजट पर पूरे देश की नजर है। किसान, महिलाओं, युवा, मध्यम वर्ग समेत सभी की इससे उम्मीदें हैं। इसे पहले हम देश के बजट से जुड़ी हुई कई अहम बातों पर नजर डालते हैं।

बजट क्या है?

सरल शब्दों में कहे तो बजट एक वित्त वर्ष में सरकार की आमदनी और खर्चे का हिसाब होता है। भारत के संविधान में बजट शब्द का जिक्र नहीं किया गया है। आर्टिकल 112 में वार्षिक वित्तीय विवरण का उल्लेख है। बजट शब्द फ्रेंच भाषा की बुल्गा से आया है, जिसका मतलब होता है चमड़े का थैला। बाद में यह बुल्गा से बोगेट बना और फिर बजट।

कहां पेश हुआ था पहला बजट?

पहला बजट ब्रिटेन में पेश किया गया था। भारत में अंग्रेजों ने ही सबसे पहले बजट पेश किया था। 7 अप्रैल, 1860 को स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विल्सन ने भारत का पहला बजट पेश किया था। जेम्स विल्सन भारतीय बजट के पितामह कहे जाते हैं। स्वतंत्र भारत का पहला बजट 26 नवंबर, 1947 को पेश किया था, यह एक अंतरिम बजट था। भारत के पहले वित्त मंत्री आर के षणमुखम चेट्टी थे।

किसने पेश किया सबसे अधिक बार बजट?

पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने रिकॉर्ड 10 बार बजट पेश किया है। इसके बाद पी चिदंबरम(9), प्रणब मुखर्जी (8), यशवंत सिन्हा(8) और मनमोहन सिंह(6) बार बजट पेश कर चुके हैं। निर्मला सीतारमण आज सातवीं बार बजट पेश करेंगी।

शाम में पेश होता था बजट

साल 1999 तक बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था। हालांकि इसके बाद इसकी टाइमिंग बदलकर 11 बजे कर दिया गया। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने सबसे पहले 11 बजे सदन में बजट पेश किया था।

वित्तमंत्री जो पेश नहीं कर पाए बजट

केसी नियोगी भारत के ऐसे वित्त मंत्री रहे जो बजट नहीं पेश कर पाए। दरअसल 1948 में वो सिर्फ 35 दिनों के लिए भारत के वित्त मंत्री बने थे, इस वजह से वो बजट नहीं पेश कर सके। गणतांत्रिक राष्ट्र बनने के बाद जॉन मथाई ने गणतंत्र भारत का पहला बजट 28 फरवरी 1950 को पेश किया था।

 

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