नई दिल्ली: इस साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव से पहले 1 फरवरी को केंद्र सरकार अंतरिम बजट (Budget 2024) पेश करने वाली है. अंतरिम बजट के बाद फिर से आम बजट पेश किया जाएगा. यानी इस साल दो अलग अलग बजट पेश किया जाएगा. अब आप सोच रहे होंगे कि इस साल दो […]
नई दिल्ली: इस साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव से पहले 1 फरवरी को केंद्र सरकार अंतरिम बजट (Budget 2024) पेश करने वाली है. अंतरिम बजट के बाद फिर से आम बजट पेश किया जाएगा. यानी इस साल दो अलग अलग बजट पेश किया जाएगा. अब आप सोच रहे होंगे कि इस साल दो बार बजट क्यों पेश किया जा रहा है. आइए आसान भाषा में समझते हैं इसके पीछे का कारण और साथ ही अंतरिम बजट और आम बजट में अंतर.
इस साल देशभर में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. इसमें दो चीजें हो सकती हैं. या तो मोदी सरकार दोबारा सत्ता में वापसी कर सकती है, या फिर कोई नई सरकार बन सकती है. इसलिए इस बार दो बजट (Budget 2024) पेश होगा क्योंकि यदि सत्ता में नई सरकार आती है तो वह पुरानी सरकारी की योजनाओं, नीति और बजट में भी बदलाव कर सकती है. एक अंतरिम बजट पेश होगा जो कुछ महीनों का होगा और एक आम बजट पेश होगा जो एक साल का होगा.
आम बजट उस साल पेश होता है, जिस साल में लोकसभा चुनाव नहीं होते. इस आम बजट में सरकार सभी आय और व्यय का अनुमानित लेखा जोखा तैयार करती है, यानी उसका हिसाब तैयार करती है जो एक साल में देश में खर्च होंगे. यह बजट वित्त वर्ष यानी अप्रैल से लेकर मार्च महीने तक के लिए बनाया जाता है.
अंतरिम बजट उस साल पेश किया जाता है, जिस साल देश में लोकसभा चुनाव होने वाला होता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अगर सत्ता में कोई नई सरकार आ गई तो वह पुरानी सरकार की नीति और बजट में बदलाव कर सकती है. इसलिए चुनाव से पहले ही उससे पहले के खर्चे और जरूरत को लेकर एक अंतरिम बजट पेश की जाती है. अंतरिम बजट फरवरी में पेश किया जाता है. चुनाव के बाद जो भी सरकार आती है, वह फिर से पूर्ण बजट पेश करती है. इससे पहले अंतरिम बजट 2019 में पेश की गई थी. इसके साथ ही बता दें कि अंतरिम बजट को अधूरा बजट भी कहते हैं, क्योंकि ये सिर्फ कुछ ही महीनों के लिए होता है और पूरे साल का नहीं.
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