नई दिल्ली। जनवरी माह के समाप्त होने में कुछ ही दिन शेष हैं। ऐसे में 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण छठी बार बजट(Budget 2024) पेश करने वाली है। दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले वाले इस अंतरिम बजट में वित्त मंत्री का फोकस किन चीज़ों पर होगा, इसकी ओर संकेत किए गए हैं। बता […]
नई दिल्ली। जनवरी माह के समाप्त होने में कुछ ही दिन शेष हैं। ऐसे में 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण छठी बार बजट(Budget 2024) पेश करने वाली है। दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले वाले इस अंतरिम बजट में वित्त मंत्री का फोकस किन चीज़ों पर होगा, इसकी ओर संकेत किए गए हैं। बता दें कि बजट से एक हफ्ते पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान से ये संकेत मिल रहा है कि इस बार बजट में सरकार का फोकस किन मुद्दों पर होगा।
दरअसल, हिंदू कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जो बयान दिया है, उसे बजट (Budget 2024) के प्रीव्यू के रूप में देखा जा सकता है। कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान के हवाले से कहा कि बिना किसी जाति, धर्म, समुदाय में भेदभाव किए हुए लोगों के विकास पर फोकस होगा। इस दौरान उन्होंने युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों के विकास की बात की। उन्होंने कहा कि युवा, महिला, जो हमें खाने की सुरक्षा देते हैं हमारे किसान और गरीबों के विकास पर सरकार का फोकस रहेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बिना किसी धर्म, जाति के आधार पर भेदभाव किए सरकार का फोकस इनके विकास और उत्थान पर रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश स्किल डेवलपमेंट, एग्रीकल्चर टूल को और विकसित करने के साथ-साथ नागरिकों को अच्छा हेल्थकेयर उपलब्ध करना है। भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम सबको कोशिश करना चाहिए। अब वित्त मंत्री के इन्हीं विचारों को बजट से जोड़कर देखा जा रहा है। साथ ही ऐसा माना जा रहा है कि अंतरिम बजट में सरकार इन चार वर्गों पर फोकस कर सकती है।
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