मेरठ. मेरठ में बीएसपी के पार्षद अब्दुल गफ्फार मंगलवार को अपनी गाय लेकर थाने पहुंचे. पार्षद ने गाय थाने पहुंचकर एक पेड़ से बांध दी और थाने में गाय जमा करने की गुहार लगाई. गाय मालिक अब्दुल गफ्फार ने लिखित प्रार्थना पत्र देकर गाय थाना प्रभारी को सुपुर्द कर दी. अब्दुल गफ्फार नौचन्दी थाना इलाके से वार्ड नम्बर 73 नम्बर से पार्षद हैं. गफ्फार ने गाय एक दिन पहले घटित हुई घटना के विरोध में थाने में जमा कराई. सोमवार को गाय को ले जा रहे दो युवको को भीड़ ने घेर लिया था और उन्हें थाना पुलिस को दे दिया था. इसके बाद अब्दुल गफ्फार अपनी गाय लेकर थाने पहुंचे और प्रार्थनापत्र देकर गाय जमा करने की गुहार लगाई.
अब्दुल गफ्फार ने प्रार्थना पत्र में लिखा है…
महोदय,
मैं अब्दुल गफ्फार पार्षद नगर निगम मेरठ. मेरे पास एक गाय है जिसको मैं पाल रहा हूं. जब मैंने पालने के लिए अपने रिश्तेदार से बछिया ली थी तो मुझे नहीं पता था कि एक मुस्लिम को गाय पालना कितान खतरनाक रुप लेगा. जिस तरह आए दिन समाचार पत्रों व इलेक्ट्रिक मीडिया में देखने को मिल रहा है किस प्रकार अपने आपको हिंदू संगठन के नेता गाय पालकों पर हमला कर रहे हैं, कहीं किसी दिन इऩ संगठनों के नेताओँ ने मुझपर भी जान लेवा हमला कर दिया तो मेरी जान को खतरा हो सकता है.
गफ्फार ने आगे लिखा है कि मैंने अपने कई रिश्तेदारों से गाय को ले जाने व पालने को कहा तो उन्होंने असमर्थता जताई. शायद वे भी मेरे निवास से अपने निवास स्थान तक गाय को ले जाने में खतरा समझ रहे हैं. वह गाय को पालने में संकोच कर रहे हैं. अत: आपसे अनुरोध है कि मेरी गाय को थाने में जमा कर गोरक्षक (हिंदू संगठन) के सुपुर्द कर दें, मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी. मैं अपनी गाय को खतरे के कारण सिर्फ थाने तक ही ला सकता हूं. खुदा मेरी मदद करे.
बता दें कि केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से गोरक्षा के नाम पर हिंसा के कई मामले सामने आ चुके हैं. दादरी के अखलाक कांड से शुरू हुआ यह मामला गुजरात के ऊना में दलितों की पिटाई से लेकर हरियाणा के पहलू खान की जान लेने के बाद भी अनवरत जारी है. मेरठ में ही सोमवार को दो युवकों को अनस बाबूल और अजीज को गाय खरीदकर लाते समय लोगों ने घेर लिया था.
वे जाग्रति विहार के मन्नु सिंह राणा से 34 हजार रुपये में दो गाय खरीदकर अपने डेरी फॉर्म पर ले जा रहे थे. इनमें एक गाय दो महीने व दूसरी पांच महीने की गर्भवती थीं. दोनों मुस्लिम युवक गाय खरीदने के बाद भी डरे हुए थे. इसलिए वे अपने साथ गाय बेचने वाले मन्नू सिंह को भी ले गए. रास्ते में हिंदू संगठन के लोगों ने गाय ले जा रहे तीनों लोगों को घेर लिया. विक्रेता के समझाने के बाद भी वे नहीं माने और मुस्लिम युवकों से मारपीट कर पुलिस को सौंप दिया. इस घटना के बाद अब्दुल गफ्फार अपनी गाय लेकर थाने पहुंचे.
अलवर में फिर गोरक्षकों की गुंडागर्दी, गो तस्करी के शक में दो मुस्लिम युवकों की पिटाई, एक की मौत
गुजरात में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश, चार लोगों ने बेरहमी से की गाय की हत्या
iTV नेटवर्क ने संगम नगरी में महाकुंभ का महामंच कार्यक्रम का आयोजन किया है। इसमें…
इस महिला ने मुंबई के वर्ली इलाके में एक आलीशान पेंटहाउस खरीदा है, जिसकी कीमत…
सीएम आतिशी ने कहा कि एक गाली-गलोच पार्टी ने तय किया है कि वो अपने…
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बुरी तरह नाकाम होने के बाद विराट कोहली देश लौट आए और…
पॉडकास्ट में पीएम मोदी के जीवन से जुड़ी हुई कई बातों का उल्लेख किया गया…
सीरिया में तैनात रहे एक टॉप ईरानी जनरल ने पहली बार स्वीकार किया है कि…