चंडीगढ़ के नयागांव के पास सड़क पर खड़े बीएसएफ जवानों का काम बीएसएफ के आईजी पी एस संधू की बेटी की शादी समारोह में पहुंचने वाले वीआईपी गेस्ट को फॉरेस्ट हिल रिजॉर्ट का रास्ता दिखाना था. बता दें कि पीएस संधू सब्सिडरी ट्रेनिंग सेंटर बेंगलुरू में बीएसएफ के आईजी के तौर पर तैनात हैं. उनकी बेटी की शादी में पंजाब पुलिस और बीएसएफ के आला अधिकारी भी शामिल हुए थे.
चंडीगढ़: देश की सुरक्षा के लिए जान की बाजी लगाने वाले बीएसएफ जवानों को रविवार (19 नवंबर) के दिन सीमा चौकसी की जगह चंडीगढ़ के रिसोर्ट में वीआईपी गेस्ट को रास्ता दिखाने का काम दिया गया. दरअसल चंडीगढ़ के पास रिसोर्ट में रविवार को बीएसएफ के आईजी पी एस संधू की बेटी का शादी थी. चंडीगढ़ के नयागांव के पास सड़क पर खड़े बीएसएफ जवानों का काम इस विवाह समारोह में पहुंचने वाले वीआईपी गेस्ट को फॉरेस्ट हिल रिजॉर्ट का रास्ता दिखाना था. बता दें कि पीएस संधू सब्सिडरी ट्रेनिंग सेंटर बेंगलुरू में बीएसएफ के आईजी के तौर पर तैनात हैं. उनकी बेटी की शादी में पंजाब पुलिस और बीएसएफ के आला अधिकारी भी शामिल हुए थे. एक बीएसएफ जवान ने बताया कि वह और उसके 15 साथी जम्मू स्थित बीएसएफ के लखनपुर कैंप से यहां शादी की इस ड्यूटी को करने आए हैं.
बीएसएफ के जवानों के अलावा इस शादी में पंजाब पुलिस के भी कई जवान तैनात थे, इसमे जीरकपुर हाईवे पर पेट्रोलिंग करने वाले जो भी तैनात किया गया था, ये सभी लोग शादी में आने वाले लोगों को रास्ता दिखा रहे थे. पंजाब पुलिस के एक जवान ने बताया कि 25 जवानों को इस ड्युटी में तैनात किया गया है. वहीं इस मामले में एसएएस एसएसपी कुलदीप चहल ने बताया कि पंजाब पुलिस के जवानों को आधिकारिक ड्यूटी पर तैनात किया गया है, क्योंकि इस शादी में कई वीआईपी आ रहे थे.
बीएसएफ के लाइसन ऑफिसर प्रदीप शर्मा ने बताया कि बीएसएफ के जवानों को यहां इसलिए तैनात किया गया था क्योंकि बीएसएफ के डीजी केके शर्मा यहां आ रहे थे, इसी के चलते उन्हे पेट्रोलिंग के लिए तैनात किया गया था. बीएसएफ के डीजी के आने पर प्रोटोकॉल को लागू करना जरूरी होता है, आप इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि बीएसएफ के डीजी भी यहां आए थे.
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