Brain Eating Amoeba: केरल के कोझिकोड जिले में एक 12 साल का लड़का दुर्लभ मस्तिष्क संक्रमण से पीड़ित है, जिसे अमीबिक मेनिंगोएनसेफेलाइटिस कहा जाता है। यह संक्रमण मस्तिष्क खाने वाले अमीबा से होता है। फिलहाल, लड़के की हालत गंभीर है और उसे बेबी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमीबा का तीसरा केस यह […]
Brain Eating Amoeba: केरल के कोझिकोड जिले में एक 12 साल का लड़का दुर्लभ मस्तिष्क संक्रमण से पीड़ित है, जिसे अमीबिक मेनिंगोएनसेफेलाइटिस कहा जाता है। यह संक्रमण मस्तिष्क खाने वाले अमीबा से होता है। फिलहाल, लड़के की हालत गंभीर है और उसे बेबी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह घातक मस्तिष्क संक्रमण का केरल में तीसरा मामला है। 24 जून को लड़के को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने इस दुर्लभ संक्रमण की पहचान की। इस घातक अमीबा का मुख्य स्रोत गंदा पानी है, और गंदे पानी में नहाने या गोताखोरी करने से यह संक्रमण हो सकता है।
डॉक्टरों के अनुसार, लड़के की स्थिति काफी गंभीर है। इस बीमारी से व्यक्ति की मौत की दर 95 से 100 प्रतिशत है। डॉक्टरों ने कहा कि जल्दी पहचान और तुरंत इलाज शुरू करने से कुछ उम्मीद है, क्योंकि अस्पताल के पास इलाज के लिए सभी जरूरी संसाधन मौजूद थे।
इस बीमारी से पहले दो लोगों की मौत हो चुकी है। पहला केस मलप्पुरम गांव की 5 साल की लड़की का था, जिसकी मौत 21 मई को हुई थी। दूसरा केस कन्नूर की 13 साल की लड़की का था, जिसकी मौत 25 जून को हुई थी। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
इस बीमारी के लक्षण बहुत सामान्य होते हैं, जैसे बुखार, सिर दर्द, उल्टी और चक्कर आना। यह अमीबा पानी से नाक और कान के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। सावधानी बरतना जरूरी है और गंदे पानी से बचना चाहिए।
इस बीमारी से बचने के लिए लोगों को गंदे पानी में नहाने या गोताखोरी करने से बचना चाहिए। समय पर इलाज और सावधानी ही इसका बचाव है।
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