पटना, बीपीएससी पेपर लीक मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए BDO जयवर्धन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. कई घंटों की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. आर्थिक अपराध इकाई की ये कार्रवाई बहुत मायने रखती है क्योंकि सबसे ज्यादा धांधली वीर सिंह कॉलेज में देखने को मिली थी, इस […]
पटना, बीपीएससी पेपर लीक मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए BDO जयवर्धन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. कई घंटों की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. आर्थिक अपराध इकाई की ये कार्रवाई बहुत मायने रखती है क्योंकि सबसे ज्यादा धांधली वीर सिंह कॉलेज में देखने को मिली थी, इस कॉलेज में कुछ छात्रों को अलग से परीक्षा दिलवाई जा रही थी, जहां पर जयवर्धन एग्जाम सेंटर मजिस्ट्रेट थे.
ऐसे में जैसे ही आर्थिक अपराध इकाई को उनके खिलाफ पुख्ता सबूत मिले, उन्हें सुबह उनके आवास से हिरासत में लिया गया और फिर कई घंटों तक उनसे पूछताछ की गई, कई तरह के सवाल हुए, फिर आखिर में बीडीओ जयवर्धन को गिरफ्तार कर लिया गया. अब भी इस मामले की बारीकी से जांच की जा रही है और आने वाले समय में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश ने आगे कहा कि मैंने पुलिस अधिकारियों को जांच में तेजी लाने के लिए कहा है और जिस भी व्यक्ति ने पेपर लीक किया है. उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पेपर लीक मामले पर बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बीपीएससी बोर्ड पर तीखा तंज कसा है. तेजस्वी ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा कि बिहार के करोड़ो बच्चों और अभ्यर्थियों का भविष्य बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब बिहार लोक पेपर लीक आयोग कर देना चाहिए।
बता दें कि बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में बिहार के कई जिलों और अंतर्राज्यीय स्तर के लगभग 6 लाख परीक्षार्थी पेपर देने वाले थे. इसके लिए राज्य के 38 जिलों में 1083 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. बिहार की राजधानी पटना में ही अकेले 83 केंद्रों पर 55710 परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे थे।
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