मुंबई के नायर अस्पताल में एमआरआई मशीन में फंसकर 32 साल के राजेश मारू की मौत की जांच के लिए बीएमसी ने समिति बनाई है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हम जांच में पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं. वहीं राजेश के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
मुंबईः एमआरआई मशीन में फंसकर युवक की दर्दनाक मौत के मामले की जांच के लिए बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कर्पोरेशन (बीएमसी) ने समिति का गठन किया है. बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को हुए हादसे के बाद बीएमएसी सभी अस्पतालों के लिए कड़े नियम जारी करने की भी योजना बना रही है. नायर अस्पताल के प्रबंधन का कहना है कि हम जांच में पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं.
बता दें कि अपने रिश्तेदार के साथ अस्पताल गए 32 साल के राजेश मारू की एमआरआई मशीन में फंसकर मौत हो गई थी. राजेश हाथ में ऑक्सीजन सिलेंडर लिए एमआरआई रूम में जैसे ही दाखिल हुए एमआरआई मशीन ने उन्हें सिलेंडर के साथ ही खींच लिया. नायर अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि राजेश मारू की मौत की जांच के लिए बीएमसी ने डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर के देखरेख में कमेटी गठित की है.
नायर अस्पताल के डीन डॉ. रमेश भरमल का कहना है कि ये एक भयावह दुर्घटना थी हम जांच में पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं चूंकि पुलिस जांच कर रही है इसलिए हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते कि यह घटना कैसे घटी. बता दें कि राजेश मारू के परिजनों ने आरोप लगाया कि वार्ड ब्यॉय ने राजेश को सिलेंडर अंदर ले जाने को कहा जिस पर राजेश के परिजनों ने विरोध भी किया लेकिन वार्ड ब्यॉय ने कहा कि एमआरआई मशीन बंद है लेकिन जैसे ही राजेश अंदर घुसा मशीन ने उसे अपनी ओर खींच लिया जिससे उसकी मौत हो गई.
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