शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को 4 दिसंबर की सुबह हमला हुआ. यह हमला तब हुआ जब सुखबीर सिंह बादल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के बाहर बतौर द्वारपाल अपनी सजा काट रहे थे, तभी एक हमलावर आया और उसने बंदूक निकाल ली.जैसे ही उसने बंदूक निकाली, उसके आसपास खड़े सुखबीर सिंह बादल के आदमियों ने उसे तुरंत दबोच लिया.
नई दिल्ली: पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर अमृतसर के गोल्डन टैंपल में हमला हुआ है. हालांकि, जानकारी के मुताबिक वह इस हमला में बाल-बाल बच गए. बता दें उनपर ये हमला तब हुआ जब वह अमृकसर के गोल्डन मंदिर के बाहर दरबान बनकर सजा काट रहे थे. उन्हें धार्मिक कदाचार के लिए दोषी पाये जाने के कारण सजा मिली है.
घटना की वीडियो में देखा जा सकता है कि स्वर्ण मंदिर के द्वार पर एक व्यक्ति सेवादार बनकर खड़ा है और दर्शन के लिए आने वाले लोगों का स्वागत कर रहा है और उसके ठीक पीछे सुखबीर सिंह बादल व्हीलचेयर पर बैठकर सेवा कर रहे हैं.पहले एक व्यक्ति मंदिर में प्रवेश करता है, फिर दूसरा व्यक्ति और जैसे ही तीसरा व्यक्ति चुपके से मंदिर की ओर पांच कदम चलता है और अपनी जैकेट की जेब से पिस्तौल निकालता है और सुखबीर सिंह बादल पर फायरिंग करने की कोशिश करता है. तब उसको सेवादार पकड़ लेते हैं और हंगामा शुरू हो जाता है.
https://x.com/ANI/status/1864159596333449666
इस समय सुखबीर सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के अन्य नेताओं को अकाल तख्त साहिब से धार्मिक दंड दिया गया है. अकाल तख्त सिख धर्म की सबसे बड़ी धार्मिक संस्था है और यह सिख समुदाय के किसी भी सदस्य को उसकी धार्मिक गलतियों के लिए बुलाकर उसे धार्मिक दंड दे सकती है.यदि कोई सिख धर्म के सिद्धांतों के विरुद्ध कार्य करता है या सिख समुदाय की भावनाओं के विरुद्ध जाता है तो उसे अकाल तख्त द्वारा सजा दी जाती है.
ये नहीं पढ़े: अफगानिस्तान ने भेजा संदेश भारत साथ दे तो पाकिस्तान की औकात बता देंगे!