चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा में अब कुछ ही घंटे बाद विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाने वाले हैं. इस बीच गुरुवार-2 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव का शोर थम गया. 5 अक्टूबर को राज्य में सभी 90 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाने वाले हैं. इस चुनाव में जहां बीजेपी अपनी 10 की साल सत्ता बचाने […]
चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा में अब कुछ ही घंटे बाद विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाने वाले हैं. इस बीच गुरुवार-2 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव का शोर थम गया. 5 अक्टूबर को राज्य में सभी 90 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाने वाले हैं. इस चुनाव में जहां बीजेपी अपनी 10 की साल सत्ता बचाने में जुटी हुई है. वहीं कांग्रेस पार्टी अपने 10 साल के सत्ता के सूखे को खत्म करना चाहती है. कई क्षेत्रीय दल भी चुनाव में अहम भूमिका में हैं.
चुनाव से पहले कई मीडिया चैनलों और राजनीतिक विश्लेषकों द्वारा किए गए दावों की मानें तो कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में बढ़त बनाए हुए है. वहीं बीजेपी के खिलाफ जबरदस्त एंटी-इनकम्बेंसी है. सियासी गलियारों की मानें तो बीजेपी के खिलाफ राज्य में जो माहौल बना है, उसके लिए पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर भी बड़ी वजह हैं. 9 साल तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे खट्टर के खिलाफ राज्य में सियासी माहौल बना हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व सीएम और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के गांव में ही उनके खिलाफ जबरदस्त माहौल है. मालूम हो कि खट्टर रोहतक के निन्दाना गांव के रहने वाले हैं. वे इसी गांव में पैदा हुए और उन्होंने यहीं से अपनी पढ़ाई-लिखाई की है. निन्दाना गांव के लोगों का कहना है कि खट्टर ने उनके लिए कुछ भी नहीं किया है. इस गांव में कोई भी बीजेपी को वोट नहीं देगा.
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