नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 10 महीने पूरे होने को हैं लेकिन अभी तक बीजेपी को नया अध्यक्ष नहीं मिल पाया है। पहले कहा गया था कि लोकसभा चुनाव 2024 के समाप्त होने के 6 महीने के अंदर भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा लेकिन अध्यक्ष का चुनाव लगातार टलता जा रहा है। बताया जा रहा है कि बीजेपी शीर्ष नेतृत्व और संघ के बीच अध्यक्ष को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है।

कहां फंसा है पेंच?

राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व यानी पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चाहते हैं कि कोई जेपी नड्डा जैसा नेता बीजेपी का अगला अध्यक्ष बने। एक ऐसा नेता जो मोदी-शाह के सभी फैसलों पर हामी भरे और उसे लागू करवाने के लिए जी जान से जुट जाए। वहीं, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी RSS का कहना है कि बीजेपी अध्यक्ष का पद किसी कठपुतली नेता को नहीं बल्कि किसी कद्दावर नेता को मिलना चाहिए।

इन दो नामों की चर्चा

इस बीच दो ऐसे नाम निकलकर सामने आए हैं, जिन्हें अगले बीजेपी अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है। ये नाम हैं भूपेंद्र यादव और निर्मला सीतरमण। बता दें कि भूपेंद्र यादव के सांगठनिक कौशल को देखते उनके अगले पार्टी अध्यक्ष बनने की संभावना जताई जा रही है। पिछले साल के आखिरी में महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत में भूपेंद्र की बड़ी भूमिका रही थी। वो महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी के प्रभारी थी।

वहीं, निर्मला सीतारमण के बारे में कहा जा रहा है कि उन्हें बीजेपी अध्यक्ष बनाकर एक तीर से दो शिकार करना चाहती है। एक तो सीतारमण के अध्यक्ष बनने से बीजेपी को पहली महिला अध्यक्ष मिल जाएगी। दूसरा सीतारमण तमिलनाडु से आती हैं। भाजपा दक्षिण भारत से अध्यक्ष बनाकर वहां पर पार्टी का विस्तार करने की कोशिश कर सकती है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीजेपी को अप्रैल महीने के दूसरे हफ्ते में अगला अध्यक्ष मिल जाएगा। यानी 15 दिनों के अंदर भाजपा को नया अध्यक्ष मिलने वाला है। बता दें कि मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा के पास इस वक्त दो-दो कार्यभार है। वह बीजेपी के अध्यक्ष तो हैं ही उसके साथ ही केंद्र में मंत्री भी हैं। नड्डा मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं।

यह भी पढ़ें-

अरब देशों की लगेगी वाट, UP के इस जिले में मिल सकता है तेल का कुआं, खुदाई शुरू