स्टालिन सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तमिलनाडु के नेता ने गजब का संकल्प लिया है. वह अपने को छह कोड़े मारेंगे और सरकार को उखाड़ फेंकने तक चप्पल नहीं पहनेंगे.
चेन्नई/नई दिल्ली. भाजपा के तमिलनाडु प्रमुख अन्नामलाई ने तमिलनाडु की स्टालिन सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए ऐसा संकल्प लिया है कि वहां के सियातदानों की नींद उड़ गई है. आईपीएस अधिकारी रहे अन्नामलाई ने एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस द्वारा पीड़िता की पहचान उजागर करने और आरोपी का ताल्लुक डीएमके से होने की वजह से व्यथित हैं. अन्ना यूनिवर्सिटी में प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस पर बहुत गंभीर आरोप लगाये.
इस मौके पर अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए अन्नामलाई ने सबसे पहले अपना चप्पल उतारा और ऐलान किया कि जब तक डीएमके सरकार को सत्ता से बाहर नहीं करेंगे तब तक वह चप्पल नहीं पहनेंगे. इसके अलावा वह कोयंबटूर स्थित अपने निवास के बाहर खुद को छह बार कोड़े मारेंगे और 48 दिनों का उपवास रखेंगे. इस दौरान वह भगवान मुरुगन के छह पवित्र धामों की यात्रा भी करेंगे.
अन्ना यूनिवर्सिटी की छात्रा के यौन उत्पीड़ने केस में दोषियों के खिलाफ समुचित कार्रवाई न होने पर प्रदर्शन के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये ऐलान किया. अन्नामलाई ने कहा कि इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि आरोपी ज्ञानसेकरन को पुलिस ने अपनी निगरानी सूची में भी नहीं डाला. वह आदतन अपराधी है और वो डीएमके से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि ज्ञानसेकरन डीएमके के सैदापेट पूर्व क्षेत्र के छात्र संगठन का उपसंयोजक है और पार्टी नेताओं से उसकी करीबी रिश्तेदारी है.
पुलिस ने एफआईआर लीक कर दी जिससे पीड़िता का नाम उजागर हो गया. एफआईआर इस तरह लिखी गई कि पीड़िता को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है. अन्नामलाई ने डीएमके पर उत्तर-दक्षिण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटका रही है. उन्होंने कहा कि मैं ऐसी राजनीति पर थूकता हूं जो लोगों की समस्याएं दूर करने की बजाय उन्हें बांटने का काम कर रही है.
अन्ना विश्वविद्यालय कैंपस में 23 दिसंबर को एक छात्रा अपने पुरुष मित्र के साथ थी. इसी दौरान आरोपी ने एक वीडियो शूट कर लिया और उन्हें ब्लैकमेल किया. आरोपी ने छात्रा के दोस्त के साथ मारपीट भी की थी. अन्नामलाई ने X पर पोस्ट लिखा कि डीएमके से जुड़े होने के कारण पुलिस आरोपी पर सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है और लीपापोती किया जा रहा है. उन्होंने सीएम स्टालिन से सवाल किया है कि क्या कानून सिर्फ आम आदमी के लिए है. आखिर सत्ता से जुड़े लोगों के अपराधों पर पर्दा क्यों डाला जा रहा है?
Read Also-