नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता डी.के. शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केस दर्ज करने पर अब बीजेपी हमलावर हो गई है. बुधवार को बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस के हवाला नेटवर्क के खुलासे की बात कही. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान कांग्रेस क्यों रो रही थी ये आज सबके सामने आ गया है. कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक-दूसरे के पर्याय बन चुके हैं. पात्रा ने आरोप लगाया कि बैंगलोर व कर्नाटक के अन्य शहर से किलो के हिसाब से पैसा चांदनी चौक आता था और फिर चांदनी चौक से गाड़ियों में पैसा भर-भरकर वो AICC के दफ्तर तक जाता था.
संबित पात्रा ने कहा, ‘बीजेपी के पास कांग्रेस के हवाला नेटवर्क के सबूत हैं कि कैसे कर्नाटक से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के दफ्तर पैसा ट्रांसफर किया गया. हमारे पास डी.के. शिवकुमार के ड्राइवर का बयान भी है जिसने आयकर विभाग को बताया था कि किलो के हिसाब से पैसे एआईसीसी को भेजे गए. अब यह हमारे सामने आ गया है कि कांग्रेस पार्टी क्यों नोटबंदी के दौरान रो रही थी. बैंगलोर व कर्नाटक के अन्य शहर से किलो के हिसाब से पैसा चांदनी चौक आता था और फिर चांदनी चौक से गाड़ियों में पैसा भर-भरकर वो AICC के दफ्तर तक जाता था. अनाधिकृत नकद, हवाला लेनदेन और भ्रष्ट सौदे, ये पिलर्स हैं जिन पर कांग्रेस पार्टी टिकी है.’
संबित पात्रा ने आगे कहा, ‘डी.के. शिवकुमार का मामला कर्नाटक से शुरू होकर दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय तक हवाला का मामला है. नोटबंदी पर कांग्रेस इसलिए आंसू बहा रही थी क्योंकि नोटबंदी के दौरान कांग्रेस मुख्यालय में टनों के हिसाब से पैसा जमा हुआ था. डी.के. शिवकुमार जब भी ब्लैक मनी देने दिल्ली आते थे, हनुमंथैया उनके सचिव होते थे. हनुमंथैया ने बताया था कि वह अकबर रोड पर पैसा लेकर जाते थे. बैंगलोर से चांदनी चौक पैसा जाता था और फिर एआईसीसी लेकिन मुख्य आदमी राजेंद्रन थे जो बैग में पैसा लेकर जाते थे और पार्टी के अकाउंट में देते थे. जगदीश नामक ड्राइवर ने भी ये बयान दिया है.’
पात्रा ने आगे कहा, ‘ये पैसा लाख या करोड़ों में नहीं बल्कि किलो में भेजा जाता था. 2017 में डी.के. शिवकुमार के घर पर छापे पड़े थे. जांच एजेंसियों ने कई कागजात जब्त किए थे. दिल्ली में भी दोनों अधिकारियों हनुमंथैया और राजेंद्रन के घर छापा पड़ा था. हनुमंथैया के घर से 8 करोड़ रुपये मिले थे. इन अधिकारियों ने आयकर विभाग को बयान दिया था कि कांग्रेस में कैसे हवाला का पैसा आया. इसी मामले में जांच एजेंसियों को एक डायरी मिली थी जिसमें एसजी, आरजी ऑफिस को पैसे देने का जिक्र था. 600 करोड़ रुपये कांग्रेस दफ्तर पहुंचाने का आरोप हम नहीं बल्कि वह लोग लगा रहे हैं जो उनके नेता डी.के. शिवकुमार से जुड़े हुए थे. राहुल गांधी को अब इस पर जवाब देना चाहिए.’
कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार के खिलाफ ईडी ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस
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