जम्मू-कश्मीर में भारतीज जनता पार्टी (BJP) ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) से गठबंधन तोड़ लिया है. जिसके बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा भी भेज दिया है. भाजपा और पीडीपी के अलग होने और सरकार गिरने के बाद कई साई राजनीतिक पार्टियों और उनके नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने बीजेपी के इस कदम को अवसरवादी करार दिया है. इसके अलावा कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि आज फिर नया खेल खेलन का नया मुखौटा लगा लिया.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में बीजेपी ने पीडीपी ने गठबंधन वापस ले लिया है. जिसके बाद राज्य में महबूबा मुफ्ती की सरकार गिर गई है. भाजपा की ओर से समर्थन वापस लेने के ऐलान के बाद सीएम महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेज दिया है. शाम 4 बजे पीडीपी ने पार्टी के नेताओं की आपात बैठक बुलाई है. दूसरी ओर सोशल मीडिया पर बहुत सारे विपक्षी नेताओं ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए इसे अवसरवादी करार दिया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय कपिल सिब्बल ने इसे अवसरवादी करार दिया है.
सिब्बल ने कहा कि पीडीपी के साथ पहले एक अवसरवादी गठबंधन, अब एक अवरसरवादी ब्रेकअप, दोनों ही राजनीतिक विसंगति के काम है. कैसे देश बदलेगा? वही कुछ यूजर्स ने बीजेपी के इस कदम पर कहा कि देर से ही सही लेकिन दुरस्त आए हैं. तो कुछ ने बीजेपी के इस कदम को जम्मू-कश्मीर में अशांति के सारे दोष महबूबा मुफ्ती के सिर मढ़ने की कोशिश करार दिया है. तो कुछ ने इसे 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर बीजेपी पर निशाना साधा है.
वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा की सत्ता की भूख ने जम्मू-कश्मीर को आंतक की आग में झोंक दिया. 4 सालों में 373 जवान शहीद, 239 नागरिक मरे. देश को क्या हासिल हुआ. इसे कहते हैं- सब कुछ लुटा के होश में आये तो क्या किया, खुद ही लगा के आग तमाशाई बन गए. आज फिर नया खेल खेलने का नया मुखौटा लगा लिया. आइए देखते हैं जम्मू-कश्मीर में भाजपा और पीडीपी गठबंधन खत्म होने पर क्या कहा है. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा है.
An opportunistic BJP
First an opportunistic alliance with PDP
Now an opportunistic breakawayBoth acts of political immorality
Kaise Desh badlega ?
— Kapil Sibal (@KapilSibal) June 19, 2018
भाजपा की सत्ता की भूख ने जम्मू कश्मीर को आतंक की आग में झोंक दिया । 4 वर्षों में 373 जवान शहीद, 239 नागरिक मरे।
देश को क्या हासिल हुआ।
इसे कहते हैं –
सब कुछ लुटा के होश में आये तो क्या किया …….
खुद ही लगा के आग तमाशाई बन गए।आज फिर नया खेल खेलने को नया मुखौटा लगा लिया। pic.twitter.com/yv39hgFtLs
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 19, 2018
https://twitter.com/AsYouNotWish/status/1009012664721235969
Didn’t BJP tell us that demonetisation had broken the back of terrorism in Kashmir? Then what happened? https://t.co/S9nyOMocKl
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 19, 2018
3 साल तक आतंकी प्रेमी मेहबूबा के साथ सरकार चलाने के बाद भक्तगण राष्ट्रवादी होने चले ।#भाजपा_पवित्र_होने_चली#BhagodiBJP #BJPDumpsPDP
— Anahat🇮🇳 (@AnahatSagar) June 19, 2018
BJP is mentioning the Failures of PDP after Breaking the Alliance.
We were labelled "Anti – National" for mentioning the same until yesterday. #BJPDumpsPDP— Aarti (@aartic02) June 19, 2018
#BJPDumpsPDP Large scale cadre feedback has been against the alliance… fear of losing support in Jammu, Leh & Ladakh. The so called 'Unholy' Alliance comes to an end. Shujaat Bukhari Killing Final nail in the coffin. What happens next? President's rule? #BJPPDPAllianceOver
— Anand Narasimhan🇮🇳 (@AnchorAnandN) June 19, 2018
Finally! BJP respects the mandate of people of Jammu and pulls out of the unholy alliance with a quasi-jihadist outfit inflicting great damage to minorities of the state. We Jammuites welcome the decision taken in the interest of national security. Jai Maa Vaishno 🙏 #BJPDumpsPDP
— Sonam Mahajan (@AsYouNotWish) June 19, 2018
https://twitter.com/GauravPandhi/status/1009000654789009408
2019 के लोकसभा चुनाव में धारा 370 पर बोलने के लिए पीडीपी से गठबंधन तोड़ना बीजेपी की मजबूरी थी