BJP Pratyush Mani Tripathi Murder Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी की चाकू गोदकर हत्या कर दी गई है. ये घटना सोमवार देर रात हुई. घटना के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया है. प्रदर्शनकारियों ने प्रत्यूष मणि के परिवार के लिए 50 लाख रुपये की मुअावजे के तौर पर मांग की.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता की हत्या का मामला सामने आया है. खबरों के मुताबिक भाजयुमो नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी की हत्या चाकू गोद कर की गई. दिल दहला देने वाली इस घटना को बादशाह नगर रेलवे क्रॉसिंग के पास अंजाम दिया गया. मृतक प्रत्यूष मणि त्रिपाठी को अमीनाबाद का रहने वाला बताया जा रहा है. इस घटना के बाद बीजेपी समर्थकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया है. हत्या कारण आपसी रंजिश बताई जा रही है. भाजयुमो भारतीय जनता पार्टी की यूथ विंग है.
पुलिस के मुताबिक, बादशाह नगर में सोमवार देर रात प्रत्यूष मणि त्रिपाठी पर अज्ञात लोगों ने हमला किया. उन्हे खून से लथपथ सड़क पर छोड़ दिया गया. महानगर पुलिस स्टेशन के सर्किल ऑफिसर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मुझे एक व्यक्ति ने फोन कर इस घटना की जानकारी दी, हम तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे और घायल प्रत्यूष मणि त्रिपाठी किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेन्टर में भर्ती कराया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उधर इस घटना की खबर पाने के बाद बड़ी संख्या में बीजेपी कार्याकर्ता और परिजन ट्रॉमा सेन्टर पहुंचे. इन लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और उन्होंने लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी को निलंबित करने के अलावा आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग की.
Protest against Police after BJP leader Pratyushmani Tripathi was shot dead in Lucknow yesterday pic.twitter.com/w2ya1ZtyrL
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 4, 2018
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जैसे लखनऊ के डीएम कौशल राज ट्रॉमा सेन्टर पहुंचे तो विरोध कर रहे लोगों ने उन्हें घेर लिया. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रत्यूष मणि त्रिपाठी के परिवार को मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये की मांग की. इसके अलावा कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए. घटना के बाद गुस्साए भारतीय जनता युवा मोर्च के कार्यकर्ताओं ने डीएम से कहा कि 25 नवंबर को भी बदमाशों ने उनपर हमला किया था. तब उन्होंने इस घटना की शिकायत एसएसपी नैथानी से कर सुरक्षा की मांग की लेकिन एसएसपी ने उनकी शिकायत को कोई तवज्जो नहीं दी.