बीजेपी ने खेला पसमांदा कार्ड, AMU के पूर्व वाइस चांसलर तारिक मंसूर को बनाया राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

नई दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पसमांदा मुसलमानों को रिझाने में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा दांव खेला है. भाजपा ने यूपी विधान परिषद के सदस्य और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसल रहे तारिक मंसूर को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है. बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज अपनी […]

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बीजेपी ने खेला पसमांदा कार्ड, AMU के पूर्व वाइस चांसलर तारिक मंसूर को बनाया राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

Vaibhav Mishra

  • July 29, 2023 6:42 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पसमांदा मुसलमानों को रिझाने में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा दांव खेला है. भाजपा ने यूपी विधान परिषद के सदस्य और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसल रहे तारिक मंसूर को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है. बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज अपनी नई टीम का ऐलान किया. इस टीम में कई पुराने और कुछ नए चेहरों को जगह मिली है.

RSS के करीबी हैं तारिक मंसूर

प्रोफेसर तारिक मंसूर इस वक्त भाजपा से उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं. इससे पहले वह 2017 से 2023 तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर थे. तारिक मंसूर को राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ का काफी करीबी माना जाता है. उनके बेटे की शादी में संघ प्रमख मोहन भागवत शामिल हुए थे.

पसंदामा बिरादरी से है ताल्लुक

गौरतलब है कि प्रोफेसर तारिक मंसूर मुसलमानों में कुरैशी बिरादरी से आते हैं. मुस्लिम समुदाय में कुरैशी को पसमांदा मुसलमान कहा जाता है. देश की कुल मुस्लिम आबादी में पसमांदा करीब 85 प्रतिशत हैं. हालांकि, ये सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनीतिक रूप से काफी पिछड़े हुए हैं. भारतीय जनता पार्टी की नजर इस पसमांदा वोट बैंक पर है. भाजपा पसमांदाओं को रिझाने के लिए लगातार कार्यक्रम आयोजित कर रही है. तारिक मंसूर को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद देना इसी रणनीति का एक हिस्सा है.

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