नई दिल्ली। सत्ताधारी दल भाजपा इस समय देश की सबसे धनी पार्टी है। 2019-20 एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक संपत्ति के मामले में बीजेपी पहले नंबर पर थी, जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस तीसरे नंबर पर थी। दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी थी। वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय जनता पार्टी को […]
नई दिल्ली। सत्ताधारी दल भाजपा इस समय देश की सबसे धनी पार्टी है। 2019-20 एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक संपत्ति के मामले में बीजेपी पहले नंबर पर थी, जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस तीसरे नंबर पर थी। दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी थी। वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय जनता पार्टी को 477.5 करोड़ रुपये से ज्यादा का चंदा मिला है, जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को इसी अवधि में 74.50 करोड़ रुपये से ज्यादा का चंदा मिला है। गौरतलब है कि कांग्रेस को जो चंदा मिला है, वह सत्ता पक्ष को मिलने वाले पैसे का महज 15 फीसदी है। दूसरी ओर, भाजपा को कांग्रेस से छह गुना अधिक चंदा मिला।
मंगलवार को चुनाव आयोग ने दोनों पार्टियों को मिले चंदे की रिपोर्ट सार्वजनिक की। इस रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा को विभिन्न संस्थानों, चुनावी ट्रस्टों और व्यक्तियों से 4,77,54,50,077 रुपये मिले। भारतीय जनता पार्टी ने इस साल 14 मार्च को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मिले चंदे का ब्योरा चुनाव आयोग के सामने पेश किया था। वहीं, कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक, उसे विभिन्न संस्थानों और व्यक्तियों से 74,50,49,731 रुपये मिले।
वहीं, वित्त वर्ष 2019-20 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी संपत्ति 4847 करोड़ रुपये घोषित की थी। यह देश के सभी राजनीतिक दलों में सबसे ज्यादा है। वहीं, कांग्रेस ने तब अपनी संपत्ति 588.16 करोड़ रुपये घोषित की थी। यानि की भाजपा के सामने कांग्रेस दूर-दूर तक नजर भी नहीं आ रही है।
दरअसल, चुनाव अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार चुनाव आयोग को 20,000 रुपये से अधिक खर्च करने की अनुमति चंदे पर रिपोर्ट दाखिल करनी होती है। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 2014 में केंद्र में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया था। फिर 2014 में नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने।
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