BJP National Meet PM Narendra Modi Speech: पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में चल रहे बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में कहा कि सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण न तो किसी वर्ग का हक छीनकर दिया और न किसी का हक छेड़ा गया. भाजपा सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत पर काम कर रही है.
नई दिल्ली. दिल्ली के रामलीला मैदान में चल रहे बीजेपी राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और कई अहम मुद्दों पर जवाब दिया. गरीब सवर्णों को नौकरियों और शिक्षा में 10 प्रतिशत आरक्षण देने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह नए भारत के आत्मविश्वास को आगे बढ़ाने वाला है. पीएम ने भाषण में कहा, ”सामान्य श्रेणी के गरीब युवाओं को शिक्षा और सरकारी सेवाओं में आरक्षण सिर्फ आरक्षण नहीं है, यह नया आयाम देने की कोशिश है.” पीएम ने कहा, ”पहले से जिनको आरक्षण मिल रहा था, उनका हक छेड़े बिना, छीने बिना भाजपा ने सामान्य वर्ग को आरक्षण दिया.” पीएम ने कहा कि युवाओं की आज आवाज सुनी जा रही है. वह जानता है कि देश की आर्थिक और सामरिक हैसियत मजबूत हो रही है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है. यह हमारे लिए गर्व की बात है. पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में देश अंधेरे में चला गया था. साल 2004 से 2014 के 10 साल, घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोपों में गंवा दिए, तो गलत नहीं होगा. 21वीं सदी की शुरुआत में ये 10 वर्ष बहुत अहम थे. अधिवेशन में पीएम ने किसानों पर भी बात की. उन्होंने कहा, जब किसानों की समस्या के समाधान की बात की जाती है तो पहले की सच्चाइयों को स्वीकार करना जरूरी है. पहले जिनके पास किसानों की समस्याओं का हल निकालने का जिम्मा था, उन्होंने शॉर्टकट निकाले. किसानों को सिर्फ मतदाता बनाकर रखा. हम अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाना चाहते हैं.
लाइव : भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन। #NaMoAgain https://t.co/eNqKhbw8dw
— BJP (@BJP4India) January 12, 2019
पीएम ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को न सिर्फ लागू किया गया बल्कि सुनिश्चित भी किया गया कि किसानों को एमएसपी का डेढ़ गुना दाम मिले. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस के वक्त दो तरह से लोन दिया जाता था. पहला कॉमन प्रोसेस और दूसरा कांग्रेस प्रोसेस. कॉमन प्रोसेस में आप बैंक से लोन मांगते थे और कांग्रेस प्रोसेस में बैंकों को कांग्रेस के घोटालेबाज मित्रों को लोन देने के लिए मजबूर किया जाता था.