बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. स्वामी ने कहा कि अगर मोदी सरकार 2019 से पहले जान-बूझकर राम मंदिर का निर्माण नहीं कराती है तो 2019 लोकसभा चुनाव में उसे भगवान राम का श्राप लगेगा.
नई दिल्ली. अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर को लेकर बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार निशाना साधा है. राम मंदिर के मुद्दे पर बोलते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि मैं राम मंदिर के पुजारी की भावना से सहमत हूं. उन्होंने कहा कि सिर्फ़ विकास से चुनाव नहीं जीता जा सकता. स्वामी ने कहा कि हमारे देश में भावना जगाने के लिए विकास ही ज़रूरी नहीं है. राम मंदिर बनेगा तो भावना जागेगी.
स्वामी ने आगे कहा कि अगर भाजपा सरकार ने जानबूझकर कर राम मंदिर नहीं बनाया तो 2019 में राम का श्राप लगेगा. स्वामी ने कहा कि ऐसी स्थिति में रामचंद्र जी मोदी सरकार को माफ़ नहीं करेंगे. अगर हम किसी और कारण से विवश है और लोग समझ लेंगे तो हम कहेंगे कि हमें एक ओर मौक़ा दीजिए. स्वामी ने महंत सुरेश दास की बात से सहमति जताते हुए कहा कि मोदी सरकार को 2019 में चुनाव जीतना है तो राम मंदिर बनाना होगा.
इस दौरान स्वामी कांग्रेस नीत नरसिम्हा राव सरकार की तारीफ करने से नहीं चूके. स्वामी ने कहा कि सत्तर साल के इतिहास में नरसिम्हा राव ने सबसे बढ़िया आर्थिक विकास किया. नरसिम्हा राव सरकार की विदेश नीति भी उनकी कामयाब हुई थी. बता दें कि मंगलवार को महंत सुरेश दास ने राम मंदिर को लेकर कहा था कि अगर बीजेपी को 2019 में दोबारा सत्ता में वापसी करनी है तो उसे अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराना ही होगा, वरना हम उसके खिलाफ आंदोलन करेंगे.
इससे पहले 26 मई को बीजेपी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि 2014 लोकसभा चुनाव की तरह भारतीय जनता पार्टी पीएम मोदी के नेतृत्व में फिर से हिंदुत्व और राम मंदिर के एजेंडे पर ही चुनाव लड़ेगी. स्वामी ने एक कार्यक्रम में कहा कि अगला चुनाव पार्टी अपने मूल सिद्धांत यानी हिंदुत्व पर लड़ेगी.