नई दिल्ली: मीयत उलेमा-ए-हिंद (एएम समूह) के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी इस समय अपने ओम और अल्लाह वाले बयान को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं. भले ही उन्होंने अपने इस बयान पर माफ़ी मांग ली हो लेकिन अब धर्मगुरुओं से लेकर नेता तक सभी उनके खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं. इसी कड़ी में बीजेपी […]
नई दिल्ली: मीयत उलेमा-ए-हिंद (एएम समूह) के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी इस समय अपने ओम और अल्लाह वाले बयान को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं. भले ही उन्होंने अपने इस बयान पर माफ़ी मांग ली हो लेकिन अब धर्मगुरुओं से लेकर नेता तक सभी उनके खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं. इसी कड़ी में बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने भी उनके बयान पर असहमति जताई है. उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि ये मदनी कौन है लेकिन मैंने टीवी पर उनका बयान देखा है.
गिरिराज सिंह आगे कहते हैं कि ‘आखिरकार इस्लाम की आयु क्या है…. 1400 साल? इनसे पुराना तो ईसाई धर्म है जो 2200 साल पहले का है. दूसरी ओर सनातन का ना कोई आदी है ना अंत है.
गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि ‘यह कह रहे हैं कि शिव और ॐ में कोई अंतर नहीं है. हम निराकार और साकार दोनों को पूजते हैं और सच ये है कि जब मुगल भारत के अंदर आए, जिस अकबर को महान कहा जाता है उस अकबर ने भी साइलेंटली हिंदुओं को मुसलमान बनवाया. औरंगजेब,बाबर, खिलजी सब ने तलवार की नोंक पर हिंदुओं को मुसलमान बनवाया. हमारे वह पूर्वज जो डर गए , वह मुस्लिम बन गए और यह आज पढ़ा रहे हैं. वह आगे कहते हैं कि ‘नया मियां बहुत प्याज खाता है. बस घर वापसी, घर वापसी बस रास्ता है.’
भाजपा सांसद कहते हैं कि ‘हमारे पूर्वजों ने ये बड़ी भूल की कि भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हिंदू और मुसलमान के स्तर पर नहीं होना था. लेकिन हुआ भी तो सारे मुसलमानों को पाकिस्तान भेज देना चाहिए था. ऐसा होता तो आज जो पाकिस्तान में हिंदू बेटियां मंडप से उठाई जा रही हैं तो कम से कम वो नहीं उठती. ‘
दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार(12 फरवरी) को जमीयत उलेमा ए हिंद के 34वें सम्मेलन के आखिरी दिन मंच पर भड़काऊ बयानबाज़ी के कारण खूब बवाल हुआ. जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान पर पलटवार किया. उन्होंने ये बताने की कोशिश की कि मुसलमानों के पूर्वज हिंदू नहीं थे बल्कि आदम यानि मनु थे. इतना ही नहीं इस दौरान वह यहां तक कह गए कि ‘जब राम नहीं थे और जब शिव नहीं थे तो मनु किसे पूजते थे? वह अल्लाह को पूजते थे.’ अब उनका ये बयान एक सवाल का कारण बन गया है.
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