नई दिल्ली: कैराना से बीजेपी सांसद हुकुम सिंह का शनिवार को निधन हो गया. वो 79 साल के थे. जानकारी के मुताबिक हुकुम सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और नोएडा के जेपी अस्पताल में भर्ती थे. हुकुम सिंह कैराना समेत पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठाने के बाद चर्चा में आए थे. उन्होंने कैराना से हिंदूओं के पलायन का मुद्दा संसद में जोर-शोर से उठाया था जिसने बाद में सियासी रंग ले लिया.
कौन थे हुकुम सिंह?
5 अप्रैल 1938 को जन्मे हुकुम सिंह बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में अच्छे थे. इलाहाबाद से उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई पूरी की. 13 जून 1958 में रेवती सिंह से उनकी शादी हो गई. हुकुम सिंह ने वकालत करते हुए जज की परीक्षा भी पास की लेकिन 1962 के युद्ध में उन्होंने आर्मी ज्वाइन कर ली. हुकुम सिंह आर्मी में कैप्टन के भी रहे और 1965 में हुए भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान उन्होंने पूंछ सेक्टर में मोर्चा संभालते हुए पाकिस्तानी सैनिकों के दांत भी खट्टे किए. 1969 में सेना से इस्तीफा देकर वो फिर से वकालत करने लगे.
1970 में उन्होंने बार काउंसिल के लिए अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा. उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें कांग्रेस और लोकदल दोनों ही पार्टियों से टिकट ऑफर हुआ और उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत गए. इसके बाद वो लगातार जीतते गए. 1995 में हुकुम सिंह ने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और फिर चौथी बार विधायक बने. 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान हुकुम सिंह ने कैराना से बीजेपी को जीत दिलाई.
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