BJP Lok sabha Election Candidate List: भाजपा ने उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की 6 लोकसभा सीटों पर नई लिस्ट जारी कर दी है. भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के अखिलेश यादव के खिलाफ आजमगढ़ से चुनाव लड़ेंगे. वहीं कांग्रेस के गढ़ रायबरेली से सोनिया गांधी के सामने दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया गया है.
आजमगढ़. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बीजेपी ने महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के 6 उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी कर दी है. भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को सपा मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ यूपी के आजमगढ़ से टिकट मिला है. कांग्रेस के गढ़ रायबरेली से भाजपा ने दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है. वहीं मैनपुरी लोकसभा सीट से मुलायम सिंह यादव के सामने प्रेम सिंह शाक्या को कैंडिडेट बनाया गया है. फिरोजाबाद से चंद्र सेन जादौन, मछलीशहर से वीपी सरोज और मुंबई नोर्थ ईस्ट से मनोज कोटक को टिकट दिया गया है.
भाजपा ने 6 सीटों पर लोकसभा उम्मीदवारों की 16वीं लिस्ट जारी की है जिसमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव और सोनिया गांधी की सीट वीआईपी सीट भी शामिल है.
BJP releases 16th list of 6 candidates in Maharashtra and Uttar Pradesh for #LokSabhaElections2019 . Manoj Kotak to contest from Mumbai North East (where Kirit Somaiya is the sitting MP), Dinesh Lal Yadav 'Nirhua' to contest from Azamgarh (UP) against SP's Akhilesh Yadav. pic.twitter.com/uQvwJpGRSl
— ANI (@ANI) April 3, 2019
हाल में भाजपा में शामिल हुए थे निरहुआ
निरहुआ सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे की मौजूगी में पार्टी में शामिल हुए थे. आजमगढ़ सीट पर निरहुआ यूपी के पूर्व सीएम और सपा मुखिया अखिलेश यादव को टक्कर देंगे. वर्तमान में आजमगढ़ से सपा संगरक्षक मुलायम सिंह यादव सांसद है.
भोजपुरी सुपरस्टार निरहुआ की राजनीति में एंट्री होते ही पहली भिड़ंत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ होगी. निरहुआ को पूर्वी उत्तर प्रदेश में काफी चाहने वाले हैं. इसलिए बीजेपी ने उनकी स्टारडम को देखते हुए इतनी बड़ी सीट से उम्मीदवार बनाया है.
हैरान करने वाली बात है कि दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ कुछ समय पहले तक समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ काफी अच्छे संबंध थे. साल 2016 में यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निरहुआ को यश भारती सम्मान से नवाजा था.
खास बात है कि आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के गढ़ से कम नहीं हैं. ऐसे में अखिलेश यादव के वोट बैंक पर सेंध मारना निरहुआ के लिए काफी मुश्किल हो सकता है. सीट पर काफी संख्या में मुस्लिम और दलित वोटर्स हैं, जो अधिकांश महागठबंधन को वोट देगा. हालांकि अगर निरहुआ का स्टारडम चल गया तो भारतीय जनता पार्टी के लिए जरूर फायदा पहुंचा सकता है.