राहुल गांधी के हिंदू Hindu और हिंदुत्ववादियों वाले बयान पर बीजेपी खेमे में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। शनिवार को हरियाणा Hariyana के बीजेपी विधायक असीम गोयल ने राहुल की टिप्पणी पर भड़ास निकालते हुए कहा कि वह खुद नहीं जानते कि उनका धर्म कौन सा है, वे हिंदू हैं, मुसलमान हैं या फिर ईसाई। […]
राहुल गांधी के हिंदू Hindu और हिंदुत्ववादियों वाले बयान पर बीजेपी खेमे में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। शनिवार को हरियाणा Hariyana के बीजेपी विधायक असीम गोयल ने राहुल की टिप्पणी पर भड़ास निकालते हुए कहा कि वह खुद नहीं जानते कि उनका धर्म कौन सा है, वे हिंदू हैं, मुसलमान हैं या फिर ईसाई। इस विषय पर तो शोध होना चाहिए। उन्होने आगे कहा कि राहुल को देश की चिंता छोड़कर अपने परिवार के इतिहास और भूगोल को खंगालना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले भी राहुल की टिप्पणी के विरोध में बीजेपी और आरएसएस के नेता कटाक्ष कर चुके हैं। आरएसएस नेता भैया जी जोशी ने राहुल पर तंज कसते हुए कहा था कि वे व्यर्थ का विवाद खड़ा कर रहे हैं। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने तो राहुल गांधी के धर्म और नागरिकता पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा था कि वे न तो हिंदू हैं और न ही हिंदुत्ववादी या हिंदुस्तानी हैं। राहुल के बयान के लिए इस देश का हर नागरिक, खासकर हिंदू उन्हें सबक अवश्य सिखाएंगे, जिसके बाद राहुल गांधी को पता चलेगा कि हिंदू धर्म का मतलब बलिदान है।
गौरव भाटिया सिर्फ राहुल गांधी तक ही सीमित नहीं रहे थे। उन्होनें गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि भारत का हर नागरिक, यहां तक कि एक छोटा बच्चा भी जानता है कि गांधी परिवार सत्ता का लालची है। सत्ता के लालच में ही 1984 में दंगे करवाए गए। सरकार रहते खूब भ्रष्टाचार किया। आज राहुल गांधी हमसे सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगते हैं और कहते हैं कि बालाकोट हवाई हमले के दौरान केवल कुछ पेड़ गिरे हैं।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते शुक्रवार को हैशटैग ‘इंडिया अगेंस्ट हिंदुत्व’ और ‘हरिद्वार हेट असेंबली’ के साथ हिंदी में ट्वीट किया था। जिसमं कहा गया था कि ‘हिंदुत्ववादी हमेशा नफ़रत व हिंसा फैलाते हैं। हिंदू-मुसलमान-सिख-ईसाई इसकी क़ीमत चुकाते हैं। यह अब और नहीं होनी चाहिए। राहुल गांधी द्वारा ये ट्वीट हरिद्वार में आयोजित एक कार्यक्रम ‘धर्म संसद’ में कथित रूप से एक समुदाय के खिलाफ हुए नफरत भरी भाषणबाजी के विरोध में किए गए थे।