चंडीगढ़। सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी को अपने ही गढ़ मे करारी हार का सामना करना पड़ा है। इतना ही नहीं दिग्गज नेताओं को भी अपने ही गढ़ मे नतमस्तक होना पड़ा। हरियाणा में जिला परिषद के चुनावों में भाजपा का क़रीब सात जिलों मे बुरी तरह से सफाया हो गया, कद्दावर नेता अनिल विज भी […]
चंडीगढ़। सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी को अपने ही गढ़ मे करारी हार का सामना करना पड़ा है। इतना ही नहीं दिग्गज नेताओं को भी अपने ही गढ़ मे नतमस्तक होना पड़ा।
हरियाणा में जिला परिषद के चुनावों में भाजपा का क़रीब सात जिलों मे बुरी तरह से सफाया हो गया, कद्दावर नेता अनिल विज भी अपने क्षेत्र में मिली इस करारी हार को बचा नहीं पाए।
रविवार को हरियाणा की 411 जिला परिषद की सीटों पर हुए चुनावों के नतीजे आए हैं, इन सभी सीटों पर तीन चरणों मे चुनाव हुए थे। हरियाणा में 7 जिलों की 102 सीटों में महज़ 22 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई है। इस हार के चलते भाजपा ने दावा किया है कि, अन्य 150 सीटों में भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत हुई है।
इस हार को लेकर सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि, हरियाणा में भाजपा के कद्दावर नेताओं के क्षेत्र में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।
भाजपा को सबसे बड़ा झटका सिरसा एवं पंचकुला में लगा है। पंचकुला की सभी 10 सीटों में भाजपा का सफाया हो गया है, वहीं सिरसा की 24 में से 10 उन सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है, जहाँ उसने अपने ही सिम्बल पर उम्मीदवारों को उतारा था।
भाजपा को अंबाला मे बड़ा झटका लगा है, क्योंकि यह क्षेत्र मंत्री अनिल विज का है हम आपको बता दें कि, अंबाला की 15 सीटों मे भाजपा को मात्र दो सीटों पर ही सफलता मिली, अनिल विज की विधानसभा सीट अंबाला कैंट की एकमात्र सीट पर आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की है।